कटाई और भंडारण ऐसे करें किसान
कृषि विशेषज्ञों और जानकारों ने किसानों को फसलों की कटाई और उनका भंडारण भी सावधानी से करने को कहा है। केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. वीके पराडकर ने बताया कि पकी हुई खरीफ फ सलों की कटाई करने के तुरंत बाद उसकी गहाई कर सुरक्षित भंडारण किसान करें और फिर रबी फसल के लिए खेतों को तैयार करें। जिन स्थानों पर मक्का पकने की स्थिति में है वहां यह सलाह दी जाती है कि फ सल के सूखने पर ही कटाई करें। कुछ जगहों पर मक्का की शीघ्र पकने वाली किस्में कटाई करने योग्य हैं वहां कटाई कर भुट्टों को सूखे स्थान पर रखकर दिन में दो-तीन बार उलट-पुलट कर अच्छी तरह सूखने दें। कटाई की स्थिति में आई सोयाबीन की फलियों के चटकने से होने वाले नुकसान से बचाने और बीज की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए फलियों के रंग बदलने पर तुरंत कटाई करें। बीज उत्पादन के लिए उगाई गई सोयाबीन में 13 से 15 प्रतिशत नमी होने की स्थिति में 350 से 400 आरपीएम वाले थ्रेसर से गहाई करें ताकि बीज के अंकुरण पर विपरीत प्रभाव न पड़े। मंूगफली लगाने वाले किसानों से कहा गया है कि यदि जल्द पकने वाली किस्म खुदाई करने लायक है तो उसे निकालकर तुरंत सूखी जगह पर रखें और पलटाते रहें ताकि दानों की नमी खत्म हो जाए।