मक्का की तरह गेहूं को भी भावांतर योजना के अधीन लाने की आशंका व्यक्त की जा रही थी। राज्य शासन के इस आदेश से किसानों ने राहत महसूस की है। किसान तय कृषि उपज मण्डी पर नहीं बल्कि अपने आसपास की सोसाइटी में पहुंचकर ही समर्थन मूल्य प्राप्त कर सकेगा। फिलहाल इससे करीब 50 हजार से ज्यादा किसान लाभांवित हो सकेंगे। इसके साथ ही गरीबों को सस्ती दर पर उपलब्ध कराने के लिए गेहूं उपलब्ध होगा।
जनजातीय विभाग के शिक्षकों को नहीं मिल रहा समय पर वेतन
छिंदवाड़ा. जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत संचालित शिक्षा परिसर और आश्रम में कार्यरत शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इससे शिक्षकों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। इधर लेखापाल द्वारा बजट न होने का हवाला दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बार-बार शिक्षकों द्वारा वेतन के संदर्भ में पूछे जाने पर मंगलवार को लेखापाल अपने कक्ष में उपस्थित ही नहीं हुए। शहर में संचालित जनजातीय विभाग अंतर्गत कन्या शिक्षा परिसर में दो आश्रम भी हैं। यहां करीब 45 शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षकों ने बताया कि हर माह 15 तारीख के बाद ही वेतन भुगतान किया जाता है। जिला कोषालय में देरी से बिल जमा होने से वहां भी अगले माह के वेतन भुगतान की तैयारी शुरू होने लगती है। ऐसे में समय पर वेतन नहीं मिल पाता है।