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आखिर किसानों पर क्यों है मौसम खपा

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 10, 2019 11:39:55 pm

Submitted by:

sunil lakhera

मौसम की मार से किसानों की फसलें हुईं खराब

Why is the weather on the farmers?

आखिर किसानों पर क्यों है मौसम खपा

छिंदवाड़ा. जिले में इन दिनों किसानों पर इन दिनों संकट कम नहीं हो रहा है। विकासखंड बिछुआ के ग्राम ऊल्हावाडी में किसानों ने बताया कि उनकी फसल पाले के कारण खराब हो गई है।
सोमवार से ही ठंड बढऩे के कारण पाले का असर नजर आने लगा है। किसानों ने बताया कि सब्जी की फसल पर अधिक असर पड़ा है । इस कारण बाजार में सब्जी का सही दाम नहीं मिल रहा है । किसानों की मानें तो सब्जी में आलू की फसल के खेतों के खेत पाले के कारण सूख गए हैं। पाले के असर के कारण फसलों की पैदावार पर भी बहुत असर पड़ता है । किसानों की मानें तो प्रति एकड़ 50से 80 क्विंटल होता है परन्तु पाले के असर के कारण 20से यज्ञ 30 किवंटल प्रति एकड़। टमाटर के पौधे भी पाले के असर के कारण सूख गए हैं। किसान सुमित सिंह ठाकुर, मेहरवान सिंह, धुर्रु साहू, राजकुमार साहू, प्रमोद साहू, मनहोर साहू ने बताया कि आलू की फसल में पाले का असर बहुत अधिक मात्रा में पडा है जिस के कारण फसलों को बहुत अधिक मात्रा में हानि हुई है।
पाला पडऩे से किसानों की फसल बर्बाद
बडचिचौली. ग्राम बड़ चिचोली में ठंड बढऩे से किसानों की फसल को नुकसान हो रहा है। किसानों ने बताया कि टमाटर, आलू, बैंगन, मटर की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है तथा इन सभी सब्जियों के दाम कम होने से किसान को नुकसान ही उठाना पड़ रहा है ।
सारंगबिहरी में भी फसल प्रभावित
सारंग बिहरी. ग्राम सारंगबिहरी के किसान पंढरी चरपे, वासुदेव चरपे की खेत में टमाटर की फसल को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि लगभग डेढ़ एकड़ में बोनी की थी। वासुदेव चरपे के यहां पर 1 एकड़ में टमाटर की फसल खराब हो गई ओर जोगीराम डिगरसे के यहां मटर की फसल खराब हुई।
छोटा विसापुर में तानबा जी और एवं अन्य कृषक के खेतों में शिमला मिर्च, मटर की फसल कोहरे की वजह से बगीचा ही सूख चुका है। इस स्थिति में किसान अब कर्ज के बोझ के नीचे दब गया है। यह फसल को तैयार करने में उनकी पिछले 3 माह से जारी मेहनत पर पानी फिर गया है। कोहरे का प्रकोप ऐसे समय पर आया जब फसल पककर तैयार होनी थी और बाजार तक जानी थी। ऐसे में अब उनकी आवक ही प्रभावित हुई है। मौसम की मार से किसान सरकार से ही मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
किसानों की बढ़ी चिंता
परसगांव. तेज ठंड का असर परस गांव के आसपास नीलकंठी, उभे गांव, गोंदरा में भी नजर आ रहा है। कोहरे की चपेट में क्षेत्र की फसल आ गई और किसानों की आलू, मटर, तुवर की फसल पर असर पड़ा है।
कुछ किसानों ने बताया कि उनकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है और किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। नीलकंठी के किसान गुरु प्रसाद डेहरिया ने बताया कि उनके खेत के आलू, मटर एवं तुअर की फसल कोहरे की चपेट में आने से सूख चुकी है। तुअर की फसल काटकर घर पर लाए तो पता चला कि उस की फलियां में कुछ भी दाने नहीं है।
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