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जंगली जानवर फसल कर रहे चौपट

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 02, 2018 05:11:10 pm

Submitted by:

arun garhewal

धोतकी के किसान रामदास गोड़बोले ने समस्या में बताया कि फसलों को जंगली जानवर तहस नहस कर रहे है।

Wild animals harvesting four times

जंगली जानवर फसल कर रहे चौपट

छिंदवाड़ा.सौंसर. क्षेत्र में लगी फसलों को सूकर चट कर रही है। वन्य क्षेत्र से लगे खेतों में सोयाबीन, उड़द, मंूग की खड़ी फसलों पर जंगली सूकरों का हमला फसलों को चौपट कर रहा है। किसानों की माने तो फसलों को लेकर तैयारी, मेहनत, पैसा आदि को जंगली सूकरों से सब बर्बाद हो रहा है। किसानों का कहना है कि जंगली सूकर प्रतिवर्ष खेंतो में लगी फसलों को चौपट करते है। वहीं किसान हित में शासन, प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे है। किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए स्वयं ही जैसे-तैसे कमर कसनी पड़ रही है। धोतकी के किसान रामदास गोड़बोले ने समस्या में बताया कि फसलों को जंगली जानवर तहस नहस कर रहे है।
खुशाल गोड़बोले ने बताया कि फसलों को नुकसान होने से हम चिंता में पड़ गए है। गंगाधर लोडे ने बताया कि एक बोवनी के बाद सही समय पर बारिश नहीं हुई तो फसलें प्रभावित हुई, अब जैसे-तैसे फसले उग आई तो जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे है। किसान दिलीप कोंघे का कहना है कि किसान मेहनत मशक्कत कर फसले उगाता है। फसलों को सही समय पर बारिश का पानी भी नहीं मिल रहा है। बोवनी से लेकर फसले निकलने तक अनेक समस्याओं से किसानों को गुजरना पड़ता है। गुरुदेव बोबडे ने बताया कि जंगलों से लगे खेतों में मक्का तुंवर, ज्वार, धान, सोयाबीन, कपास, मंूगफल्ली, सब्जियां आदि फसलें जंगली जानवर चौपट करने से किसानों पर फिर संकट आने लगा है। रिधोरा के किसान मोरेश्वर रंगारे ने बताया कि जंगली जानवरों में सुकर, नीलगाय सहित अन्य जानवरों के हमले से फसले बर्बाद होने लगी है। वन विभाग एवं प्रशासन को जंगली जानवरों के हमले से किसानों की फसलों को बचाने के लिए जल्द कोई कारकर कदम उठाना चाहिए तभी किसानों की फसल बच सकेगी।
वन्य क्षेत्र से लगे खेतों में अधिक परेशानी : वन्य क्षेत्र के खेतों में कारली, मर्राम, खांडसिवनी, खैरी, नांदेपुर, कोपरावाड़ी, सेमरा, ढोकडोह में सूकरों का आतंक से किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। किसान धनराज धुर्वे का कहना है कि हमें फसल बचाने के लिए तार की फेंसिंग बनाकर रक्षा करना पड़ रहा है। समस्या से जूझ रहे किसानों का कहना है कि जल्द ही जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए तो सरकार के विरोध में तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन होगा।
सूकर और बंदर कर रहे फसल बर्बाद : मोहखेड़ जनपद के ग्राम पालाखेड़, रजाड़ा, अम्बामाली गुबरेल भोरतालाई के किसान इन दिनों सूकर के आतंक से परेशान है। किसान ने बड़ी मेहनत से फसलों को उत्पादन किया है। जब उसका फल मिलने का वक्त आया तो सूकर एवं बंदर खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे है। ऐसा ममला गुबरेल के ग्राम भोरतालाई में देखने में आया है जहां एक किसान रामनाथ पराडकर के खेत में ***** ने मक्का एवं मंूगफली की फसल को बर्बाद कर दिया। जिससे किसान का काफी नुकसान हो गया। ऐसा ही हाल आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। किसान इसकी शिकायत वन अधिकारी एवं राजस्व अधिकारी व पटवारियों भी की करते है पर किसानों को नुकसान का कोई लाभ नहीं दिया जाता है ।
सरकारी दफ्तरों में नहीं होती सुनवाई : मोहखेड़ विकासखंड की ग्राम पंचायतों के गांवों में जंगली सूकरों द्वारा फसल को चौपट किया जा रहा है। खेत के खेत मक्का, मंूगफल्ली की फसल को बुरी तरह बर्बाद किया जा रहा है। ग्राम जुनापानी, शंकरपूर, पठराखोकर सहित आसपास के ग्रामों की फसल खराब हो रही है । किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। खेत में मक्का की फसल उगना शुरू हो गई है लेकिन ये सूकर पेड़ के पेड़ गिराकर तहस-नहस कर रही है। किसानों ने इसकी शिकायत वन-विभाग से कई बार की पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आखिर कब तक किसान ऐसे ही नुकसानी सहन करते रहेंगे । किसानों का कहना है कि हम दप्तरों के चक्कर काटकर थक चुके है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

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