उदियमान सूर्य को अघ्र्य देकर महिलाओं ने व्रत किया पूरा
छिंदवाड़ाPublished: Nov 15, 2018 05:01:23 pm
छठ पूजा बुधवार की सुबह भोर में सूर्य की पहली किरण के साथ समाप्त हुई।
उदियमान सूर्य को अघ्र्य देकर महिलाओं ने व्रत किया पूरा
उदियमान सूर्य को अघ्र्य देकर महिलाओं ने व्रत किया पूरा परासिया. छठ पूजा बुधवार की सुबह भोर में सूर्य की पहली किरण के साथ समाप्त हुई। चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत में बुधवार की सुबह उदियमान सूर्य को अघ्र्य देने के लिए व्रतधारी महिला फिर से उसी नदी, तालाब घाट पर एकत्रित हुए जहां उन्होंने शाम को अघ्र्य दिया था। महिलाओ ने सूर्याेदय से पहले पूजन सामग्री लेकर नदी तालाब के किनारे पानी मे खडे होकर सूर्योदय का इंतजार किया और सूर्य की किरण दिखाई देने पर दूध से अघ्र्य दिया। घर जाकर गन्ने के रस तथा गुड़ की खीर का प्रसाद वितरित किया गया। व्रतियों ने कच्चे दूध का शरबत पीकर तथा थोड़ा प्रसाद खाकर व्रत को पूर्ण किया गया। न्यूटन पेंच नदी किनारे मेला जैसा नजारा था। शिवपुरी, छिंदा, जाटाछापर नदी के किनारे, इकलेहरा भुजलिया घाट सहित जहां पर नदी या तालाब नहीं था उन स्थानों पर गड्ढा बनाकर पानी में अघ्र्य दिया गया। ग्र्राम झुर्रे मेें हनुमान मंदिर के पास कृत्रिम घाट बनाकर पानी में अध्र्य देने के लिए सैकड़ों व्रती महिला-पुरूष एकत्रित हुए। यहां पर ढोल बाजो के साथ छठी मैया का देवी गीत, आरती की गई और आतिशबाजी की गई। ग्राम इकलहरा, बडक़ुही, बोरगांव, मोहगांव सहित अंचल में कई जगहर विधि-विधान से पूजन किया गया।