scriptऑफिस में करते है काम, मिलती है सफाई कर्मचारी की तनख्वाह | Work is done in the office, salary of the cleaning worker gets paid | Patrika News

ऑफिस में करते है काम, मिलती है सफाई कर्मचारी की तनख्वाह

locationछिंदवाड़ाPublished: Jun 06, 2018 12:29:44 pm

Submitted by:

vinay purwar

सफाई कर्मचारी महासंघ ने आयोग के अध्यक्ष से की शिकायत

nigam

ऑफिस में करते है काम, मिलती है सफाई कर्मचारी की तनख्वाह

छिंदवाड़ा. सफाई कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने राज्य सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष जटाशंकर करौसिया को ज्ञापन देते हुए शिकायत की है। उन्होंने बताया कि निगम में सफाई कार्य के लिए २०३ कर्मचारी रखे गए हैं, जिनमें से सिर्फ वाल्मीक समाज के ही कर्मचारी सफाई कार्य कर रहे हैं। शेष लोगों से सफाई की जगह ऑफिस का काम कराया जा रहा है। इससे शहर की सफाई का दबाव पड़ता है। पदाधिकारियें में जिला अध्यक्ष नीरज गोदरे, नगर अध्यक्ष शरद गोदरे, महेन्द्र पवार, एवं संभागीय संयोजक प्रकाश मेहरोलिया ने बताया कि सफाई कर्मचारी के पद पर नियुक्त लोग सफाई का काम नहीं करते पर उनके नाम से आने वाली समस्त सुविधाओं का लाभ उठाते हैं।
पी एम आवास के हितग्राहियों को नहीं मिल रही है बिजली
छिंदवाड़ा. एक तरफ नगर निगम द्वारा सोनपुर के आवास में सर्वसुविधाओं का दावा किया जा रहा है, दूसरी तरफ इन आवासों के हितग्राही शिकायत लेकर निगम पहुंच रहे हैं। रघुवंशी पुरा के मुकेश सरेठा ने निगम आयुक्त से शिकायत कर बताया कि पीएम आवास योजना के अंतर्गत ए-१३, सेकंड ब्लॉक में सेकंड फ्लोर में न्हें आवास मिला है, लेकिन उसमें रहने नहीं जा सकते हैं क्योंकि बिजली नहीं दी जा रही है। कहा जा रहा है कि एक ट्रांसफार्मर लगा है उसमें कनेक्शन बहुत हो चुके हैं। निगम दूसरा ट्रांसफार्मर लगवाएगा तभी कनेक्शन मिलेगा। हितग्राही मुकेश ने कहा कि बैंक से लोन फाइनल हो चुका है और किस्त भी शुरू हो चुकी है। किराए के मकान का किराया भी दे रहे हैं। जिससे दोहरा भार पड़ रहा है। वहीं रॉयल चौक निवासी त्रिलोकचंद्र नेमा ने बीमारी का हवाला देते हुए आवंटित मकान का फ्लोर बदलने की मांग की है।
अंतिम प्रकाशन से नाम कटने का कारण नहीं बता पा रहे थे कर्मचारी
छिंदवाड़ा . प्रथम प्रकाशन में दैनिक वेतन भोगी महिला कर्मचारी रानी पति भरत का नाम था। आखिर अंतिम प्रकाशन में नाम क्यो काटा गया। निगम कार्यालय में सहायक आयुक्त आरएस बाथम इस बात का जबाव प्रकाशन के लिए जिम्मेदार विभागों के कर्मचारियों से मांग रहे थे, लेकिन कर्मचारी एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते रहे। तब सहायक आयुक्त ने हर कर्मचारी को कार्रवाई के लिए तैयार रहने क चेतावनी दी। मंगलवार को रानी प्रथम प्रकाशन के बाद अंतिम प्रकाशन में नाम कटने कारण जानने निगम कार्यालय पहुंची गईं। सहायक आयुक्त ने उनकी सुनवाई की। सहायक आयुक्त ने स्थापना, स्वास्थ्य से लेकर फाइलें तैयार करने वाली महिला सहायक ग्रेट टू को भी तलब किया, लेकिन सभी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे। बता दें कि निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने भी पहले ही इस मामले मेंें जिम्मेदार पर कार्यवाई करने के निर्देश सहायक आयुक्त को दिए थे।
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