शिवपुरी डिस्पेंसरी में डॉक्टर ही नहीं पत्र में कहा है कि शिवपुरी डिस्पेंसरी में डॉक्टर की पदस्थापना के साथ केन्द्रीय चिकित्सालय बडक़ुही में व्याप्त अव्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाए। शिवपुरी में पदस्थ चिकित्सक के स्थानान्तरण उपरांत किसी अन्य को पदस्थ नही किया गया है । इस कारण अलग यूनिटों में कार्यरत कामगारों को बीमारी के दौरान सिक लीव लेने शिवपुरी से भोकई या बडकुही आना पड़ता है जो लगभग 30 किमी दूर है।
बडक़ुही में ओपीडी में अव्यवस्था केन्द्रीय चिकित्सालय बडक़ुही में डॉक्टर्स का ओपीडी में आने जाने का टाइमटेबल निर्धारित नहीं है। उनकी अनुपस्थिति की पूर्व सूचना क्षेत्र की संचालित डिस्पेंसरियों को दी जाए, जिससे पेंच क्षेत्र की सुदूर कालोनियों से इलाज के लिए केन्द्रीय चिकित्सालय आने वाले मरीजों को परेशान नहीं होना पड़े। वेकोलि से मुख्य चिकित्सालय सहित डिसपेंसरियों में सभी उपकरण, दवाएं रखने व रिक्त पदों को भरने की मांग की है।
अस्पताल में स्टाफ व उपकरणों की कमी केन्द्रीय चिकित्सालय में मापदंड के अनुसार डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ तथा उपकरणों की व्यवस्था नहीं है। पीएमई के कामगारों को स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान 3 दिन तक बुलाने के उपरांत भी उसे मात्र 1 दिन की हाजरी दी जाती है इसमें सुधार किया जाए। बीमारी उपरांत यूनिट से फिट होने के लिए कामगारों को बडकुही अस्पताल भेजा जाता है जहां कामगारों को अस्पताल के चक्कर लगाने पडते हैं। इसमे बहुत विलंब होता है।