scriptYoung self-respect: हवा हो गए सौ दिन के रोजगार के सपने | Young self-respect: Hundred days employment dreams have evaporated | Patrika News

Young self-respect: हवा हो गए सौ दिन के रोजगार के सपने

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 26, 2020 11:45:16 am

Submitted by:

manohar soni

861 युवाओं को ट्रेनिंग देने के बाद प्रशिक्षण बंद,अब योजना के अपडेट होने का इंतजार
 

ada news

ada news

छिंदवाड़ा/युवाओं को सौ दिन का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए शुरू हुई युवा स्वाभिमान योजना एक साल भी ठीक ढंग से नहीं चली। दस माह में 861 युवाओं को ट्रेनिंग देने वाले प्रशिक्षण केन्द्र भी बंद कर दिए गए। कई युवाओं को स्टायफंड तक नहीं मिला। नगर निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि राज्य सरकार इस योजना को अपडेट कर रही है। इसके चलते ट्रेनिंग को ब्रेक किया गया है। जल्द ही योजना का नया स्वरूप सामने आएगा।
नगर निगम की योजना शाखा के मुताबिक पिछले साल 2019 के अप्रैल माह में युवा स्वाभिमान योजना की शुरुआत में 2652 युवक-युवतियों को कम्प्यूटर ऑपरेटर,इलेक्ट्रीशियन,सेल्फ एम्प्लाइज टेलर समेत अलग-अलग ट्रेड की ट्रेनिंग के लिए ऑन बोर्ड किया गया था। प्रथम चरण में 557 तथा द्वितीय चरण में 126 युवाओं को 4 हजार रुपए के प्रतिमाह स्टायफंड के हिसाब से सौ दिन के लिए अलग-अलग चार ट्रेनिंग सेंटरों में पहुंचाया गया। इसके बाद 157 युवाओं का विभिन्न कम्पनियों में कैम्पस सिलेक्शन भी करवाया गया। कैम्पस सिलेक्शन तथा स्टाइफंड कम होने के चलते युवाओं का इस योजना में आकर्षण घट गया। बाद में प्रदेश शासन से भी इस योजना में राशि देने में लेटलतीफी करने से ट्रेनिंग लेनेवाले कम हो गए। बाद में इन ट्रेनिंग सेंटरों को भी बंद कर दिया गया।

युवाओं को अब तक 62 लाख रुपए का भुगतान
इस योजना में पहले चरण के तीन माह में पांच सौ युवाओं को 56.20 लाख रुपए स्टाइफंड का भुगतान किया गया वहीं दूसरे चरण में यह आंकड़ा 121 युवाओं में 5.36 लाख रुपए हो गया। कुल 62 लाख रुपए का भुगतान युवाओं को ट्रेनिंग के उपरांत करना बताया गया है। अब जिन युवाओं की ट्रेनिंग पूरी हो गई है,उनमें एक-दो का भुगतान ही आ पा रहा है।

ट्रेनिंग के बाद 18 फीसदी युवाओं का प्लेसमेंट
युवा स्वाभिमान योजना में 861 युवाओं को ट्रेनिंग दी गई थी। इनमें से 157 युवाओं को ही अलग-अलग कम्पनियों में नौकरी का प्लेसमेंट मिला। इनमें इलेक्ट्रीशियन में 46 तथा सीएनजी ऑपरेटर,सीआरएम डोमेस्टिक वाइस,फूड एंड बे्रवरेज सर्विस,जनरल ड्यूटी असिस्टेंट और बेल्डिंग टेक्नीशियन के 111 शामिल है। सेल्फ एम्प्लाइज टेलर और डोमेस्टिक एंट्री ऑपरेटर समेत अन्य को रोजगार नहीं मिला।

365 दिन के रोजगार पर विचार,नए निर्देश का इंतजार
नगर निगम योजना शाखा के मुताबिक युवा स्वाभिमान योजना में अब तक सौ दिन के रोजगार की व्यवस्था थी। इसके दिनों की संख्या 365 दिन करने पर सरकार विचार कर रही है। इस पर अधिकारियों की बैठक हो गई है। योजना प्रभारी उमेश पयासी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इस योजना के नए स्वरूप का इंतजार हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो