जानकारी के अनुसार 4 जुलाई को पानी की टंकी के पास लहगडुआ टेकरी के फारेस्ट की नाली में देहात थाना के मोहरली निवासी 25 वर्षीय रवि पिता शिव डोइफोड़े का शव मिला था। पुलिस को मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान मिले थे। जिससे हत्या की आशंका थी। पुलिस ने जांच शुरु की।
साक्ष्यों, पूछताछ एवं अनुसंधान के आधार पर पता चला कि मृतक रवि व मुख्य आरोपी सुनील उइके दोनों एक ही गांव मोहरली के निवासी थे। दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था। कुछ समय पूर्व रवि ने अपने पान ठेले को सुनील को 15 सौ रुपए प्रतिमाह पर किराए पर दिया था। मृतक रवि की सुनील के परिवार की महिला सदस्य से नजदीकी बढऩे की सुनील की शंका थी। सुनील ने कई बार आपत्ति भी जताई थी। मना करने के बाद भी रवि मानने को तैयार नहीं था। 3 जुलाई की रात सुनील को एक बार फिर रवि के उसके घर पहुंचने की जानकारी मिली। उस समय सुनील चौरई में था। सुनील गुस्से में आकर चौरई से वापस अपने घर पहुंचा। रवि को अपने घर देखकर क्रोधित हो उठा। रवि घर से निकल गया तो पीछे-पीछे सुनील भी चल पड़ा। रास्ते में दोनों में विवाद हुआ और सुनील ने कुल्हाड़ी से रवि के सिर पर वार कर हत्या कर दी।
यह भी पढ़ें : महिला का क्या कसूर ? जो कंधे पर पति को बैठाकर पूरे गांव में घुमाया
कानूनी कार्रवाई से बचने एवं साक्ष्य छुपाने के नियत से रवि के शव को सुनील ने अपने साथी प्रदीप इवनाती के साथ मिलकर घटनास्थल परिवर्तित कर जंगल की नाली में फेंक दिया और अपने घर चले गए। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। मामले का खुलासा करने में कुंडीपूरा थाना प्रभारी राकेश भारती, धर्मटेकड़ी चौकी प्रभारी एकता सोनी, सउनि अजय सिंह बघले, सुरेन्द्र बिंदवारी सहित पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।