छिंदवाड़ा

झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक सील

कार्रवाई के दौरान क्लीनिक के डॉक्टरों के दस्तावेज, उपयोग की जा रही दवाइयों की जांच की गई। जांच के दौरान कई कथित चिकित्सक अपना क्लीनिक छोडकर भाग गए।

छिंदवाड़ाMar 13, 2018 / 05:11 pm

mantosh singh

निजी क्लीनिकों की जांच कार्रवाई की गई।

उमरेठ/परासिया. उमरेठ मुख्यालय में चल रहे निजी क्लीनिकों की जांच कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान क्लीनिक के डॉक्टरों के दस्तावेज, उपयोग की जा रही दवाइयों की जांच की गई। जांच के दौरान कई कथित चिकित्सक अपना क्लीनिक छोडकर भाग गए।
जांच टीम ने उपयोग हो रही दवाइयों को जब्त कर क्लीनिक को सील बन्द किया गया। आयुर्वेदिक चिकित्सको को एलोपेथिक दवायें उपयोग करते पाये जाने पर उन्हें आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने की समझाइश दी गई। बीएमओ डॉ. जानकी सिंह ने बताया कि इलाज करने वालों को नोटिस भेजकर उनके दस्तावेजों की विधिवत जांच की जाएगी। जांच के दौरान जहां दवाइयां और मेडिकल उपकरण मिले है लेकिन चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं थे उन स्थानों को सील कर दिया गया है। अनाधिकृत चिकित्सकों के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी। जांच टीम में नायब तहसीलदार गोपीचंद पवार, डॉ. प्रवीण सोनी, मलेरिया एवं कुष्ठ विभाग के यूएस वर्मा, फार्मेसिस्ट उज्जवल पवार तथा पुलिस बल शामिल रहा।

बीएमओ ने चलाया जांच अभियान
चौरई ञ्च पत्रिका. जिला कलेक्टर से प्राप्त निर्देशों पर चौरई बीएमओ डॉ. एके सेन ने चौरई क्षेत्र में फैले झोलाछाप डाक्टरों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ नगरीय क्षेत्र में जनपद के सामने और बैल बाजार समेत चंदनवाड़ा रोड पर चल रहे दवाखानों में भी बीएमओ ने जांच कर डिग्री और दवाइयां जांच के दौरान जब्त की। डॉ. सेन का कहना है बिना डिग्री और अवैध रूप से इलाज कर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी ये अभियान आगे भी जारी रहेगा ।


आवास योजना की राशि में घोटाला
सेठिया/परासिया. ग्राम पंचायत सेठिया में प्रधानमंत्री आवास योजना में राशि गबन किए जाने का मामला सामने आया है। जानकारी अनुसार हितग्राही के अशिक्षित होने का फायदा उठाकर पंचायत के एक पदाधिकारी ने उसके खाता से 40 हजार रुपए निकाल लिए। हितग्राही के खाता में दिसंबर में प्रथम किश्त चालीस हजार रुपए जमा हुए थे जिसके बारे में कियोस्क संचालक द्वारा जानकारी नहीं दी गई। 8 फरवरी को उसके खाता से 40 हजार रुपए आहरित कर लिए गए। पीडि़त हितग्राही शिवपुरी पुलिस थाना देर शाम को रिपोर्ट लिखाने पहुंचा लेकिन थाना प्रभारी के नहीं मिलने के कारण वह लौट आया। मंगलवार को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात पीडि़त ने कही है ।

 

 

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