अवैध शराब के खिलाफ चल रही पुलिसिया कार्यवाही में आए दिन अभियुक्त पकड़े जा रहे हैं फिर भी धंधे के असली खिलाड़यों तक खाकी नहीं पहुंच पा रही। वाहवाही के लिए भले ही खुद खाकी को ये कार्यवाही काफी लगे, लेकिन सच बात तो यह कि अवैध शराब की भट्टियां बेधड़क बेखौफ़ सुलग रही हैं। ठिकानों तक पहुंचने में पुलिस को न जाने क्या परेशानी है जो कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कारिंदों को पकड़ा जा रहा है।
180 लीटर शराब के साथ 17 गिरफ्तार- जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कार्यवाही के दौरान 17 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए जिनके पास से कुल 180 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद हुई है। राजापुर मऊ पहाड़ी कर्वी कोतवाली मारकुंडी थाना क्षेत्रों में यह गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है। अगर नहीं तो आए दिन पकड़े जा रहे शराब के तस्कर कहां से इन अवैध कच्ची शराब का जुगाड़ करते हैं। ग्रामीण इलाकों में शराब को बेचा जाता है और नशे के कारोबारी मोटा मुनाफा कमाते हैं।
धंधे में महिलाओं की खासी भूमिका- अवैध शराब के इस काले कारोबार को संचालित करने में महिलाओं की खासी भूमिका है। सुलगती हुई भट्टियों के पास महिलाओं की मौजूदगी की वजह छापेमारी के दौरान आबकारी व् पुलिस प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं की निगरानी में मुख्यालय के ही कछारी इलाकों में कई भट्टियां सुलगती हैं। ये महिलाएं इतनी निडर होती हैं कि पुलिस और आबकारी विभाग की टीम पर हमला तक करने पर उतारू हो जाती। आबकारी विभाग में महिला कर्मियों की कमी भी एक वजह है जो कार्यवाही के दौरान इस गोरखधंधे में शामिल मजिलाओं को पकड़ने में सामने आती है। फिलहाल अवैध शराब की भट्टियां पूरे शबाब पर हैं।