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पुलिस और दस्यु बबुली के बीच हुई मुठभेड़, 315 बोर की बंदूक व कारतूस बरामद

locationचित्रकूटPublished: Feb 22, 2018 02:19:43 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

जनपद में दहशत का दूसरा नाम साढ़े पांच लाख का इनामी दस्यु बबुली कोल फिर से खाकी को झटका देते हुए बीहड़ में विलीन हो गया।

315 bore guns and cartridges recovered from encounter site

चित्रकूट. जनपद में दहशत का दूसरा नाम साढ़े पांच लाख का इनामी दस्यु बबुली कोल फिर से खाकी को झटका देते हुए बीहड़ में विलीन हो गया। मुठभेड़ स्थल से 315 बोर की बंदूक व कारतूस तथा दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद हुई हैं जिसे देखकर पुलिस को थोड़ा सुकून जरूर मिल रहा है कुछ तो पकड़ में आया। मुठभेड़ पर मुठभेड़ और गैंग की परछाई भी खाकी के राडार पर न आना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अभी भी दस्युओं के खिलाफ मुखबिरों का मजबूत नेटवर्क तैयार नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर जो सबसे अहम बात यह कि भले ही डकैतों के खात्में के लिए यूपी एमपी पुलिस ने संयुक्त रूप से बैठक का रणनीति बनाई और ब्लू प्रिंट तैयार किया हो लेकिन धरातल पर इसका क्रियान्वयन हाल फ़िलहाल कोई खास परिणाम नहीं दे रहा है। क्योंकि आपसी कम्युनिकेशन ही नहीं बन पा रहा खाकी के लम्बरदारों के बीच।

यूपी एमपी के सीमावर्ती इलाकों सहित पूरे पाठा क्षेत्र के बियावान बीहड़ों जंगलों में खौफ की इबारत लिखते हुए आराम से विचरण कर रहा कुख्यात दस्यु बबुली कोल एक और बार पुलिस को छकाते हुए अपने सुरक्षित पनाहगाहों की ओर विलीन हो गया। दरअसल खाकी के मुताबिक गैंग से बार बार मुठभेड़ तो हो रही है लेकिन आशातीत सफलता भी कोसों दूर है। हफ्ते भर के अंदर दस्यु गैंग और पुलिस के बीच ये तीसरी मुठभेड़ है लेकिन गैंग के कदमों के निशान भी नसीब नहीं हुए पुलिस को अलबत्ता दैनिक उपयोग की वस्तुएं और छुटभैये मददगार जरूर पकड़ में आए हैं जिन्हें देखकर थोडा लम्बी सांस लेने का मौका मिला खाकी को।

खाकी को झटका देकर विलीन हुआ दस्यु गैंग

गुरुवार को जनपद के मारकुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत बन्दरचुआ जंगल में दस्यु बबुली के होने की सूचना मिलने पर चित्रकूट पुलिस की कई टीमों ने कॉम्बिंग करते हुए जंगल की घेरेबंदी की। इस दौरान थोड़ी देर तक दोनों तरफ से फायरिंग भी हुई। पुलिस के मुताबिक गैंग घने बीहड़ों और जंगलों से होता हुआ भाग निकला। मौके पर एक 315 बोर की देशी बंदूक व् कारतूस तथा दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद हुई हैं। गैंग उक्त जंगल में ही कुछ दिनों के लिए अपना ठिकाना बनाना चाहता था।

बेधक जंगल की ओर गया है गैंग

एसपी चित्रकूट प्रताप गोपेंद्र ने बताया कि गैंग का मूवमेंट बेधक जंगल की और मिला है और मुठभेड़ स्थल से बबुली उधर ही भागा है। एसपी के मुताबिक ज्यादा देर मुठभेड़ तो नहीं हुई लेकिन खुद को घिरता देख गैंग बीहड़ में जरूर इधर उधर हो गया। मौके से दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद हुई हैं।

मुठभेड़ के बाद भी खाकी के हांथ खाली

तो पुलिस पाठा के बियावान जंगलों में डकैतों द्वारा उपयोग की जा रही दैनिक प्रयोग की वस्तुओं को बरामद करने पहुंचती है। जी हां मुठभेड़ पर मुठभेड़ और फिर भी एक भी डकैत का मारा न जाना या उसका गम्भीर रूप से घायल न होना पुलिस की रणनीति को खोखला साबित करता है। आखिर क्यों और कैसे दस्यु गैंग पुलिस की सटीक लोकेशन पा जाते हैं और उधर पुलिस सिर्फ गैंग की टोह लेती रहती है। मुखबिरों के कमजोर तंत्र ने खाकी की योजनाओं पर पानी फेर दिया है। दोनों राज्यों की पुलिस की परस्पर आपसी संवादहीनता भी एक मुख्य वजह है।

तराई के इलाकों में नए दस्यु गैंग की दस्तक

इस बीच बीहड़ के सूत्रों के मुताबिक यूपी एमपी के तराई के इलाकों में एक नए दस्यु गैंग का इनपुट खाकी को मिला है। सतना के सिंहपुर थाना क्षेत्र व् यूपी से सटे बरौंधा थाना क्षेत्र के जंगलों में इस नवोदित दस्यु गैंग का मूवमेंट जारी है ऐसी सूचना सीमावर्ती मध्य प्रदेश पुलिस को भी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुखबिरों को एलर्ट कर दिया गया है। हालांकि गिरोह की पहचान अभी खाकी नहीं कर पाई है लेकिन इलाकाई लोगों के बीच दहशत भरी चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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