ऐसा नहीं कि ये डकैत सिर्फ पुलिस के ही दुश्मन हों बल्कि पैसों और माशुकाओं के विवाद में ये आपस में भी एक दूसरे की जान के प्यासे हो जाते हैं. कुछ ऐसे ही विवाद और उसमें 55 हजार के इनामी डकैत रजुआ (जो जेल में बन्द खूंखार दस्यु गोप्पा का रिश्तेदार था) के मारे जाने की खबर ने बीहड़ में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि न तो खाकी ने की है और न ही बीहड़ की फिजाओं ने परंतु सूत्रों के अनुसार खुद ख़ाकी को जो इनपुट मिल रहे हैं उससे यह माना जा रहा है कि डाकू रजुआ को उसके अपने ही साथी डकैत ने रुपयों के विवाद में मौत के घाट उतार दिया है. फि़लहाल इस खबर की पुष्टि के लिए पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया है.
…लेकिन रजुआ के मारे जाने की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है खूंखार दस्यु सरगना गोप्पा के जेल जाने के बाद गैंग की कमान संभाल रहे उसके रिश्तेदार 55 हजार के इनामी डकैत रजुआ को उसी के गैंग के साथी ने मौत की नींद सुला दी है. बीहड़ में इस खबर से चर्चाओं का बाजार गर्म है. गैंगवार की खबर खाकी को भी है लेकिन रजुआ के मारे जाने की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है हालांकि खुद दस्यु रजुआ के गांव के बाशिंदों ने उसकी कई दिनों से कोई भी खबर नहीं पाई है और उसके माता पिता भी गांव छोड़कर अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. रजुआ के मारे जाने की आशंका ग्रामीणों व पुलिस ने जताई है.
रुपयों के विवाद में गई जान! दस्यु गोप्पा के जेल जाने के बाद गैंग की कमान संभाल रहे उसके रिश्तेदार डकैत रजुआ और गैंग के हार्डकोर मेंबर डकैत महेंद्र पासी के बीच फिरौती की रकम के बंटवारे को लेकर विवाद में रजुआ को मौत की आगोश में पहुंचा दिया. बीहड़ के सूत्र और छनती हुई सूचनाओं ने कुछ ऐसी ही दस्तक दी है. दरअसल एक महीने पहले चित्रकूट के सीमावर्ती मध्य प्रदेश के डभौरा थाना क्षेत्र से रजुआ गैंग ने एक रिटायर्ड वनकर्मी का अपहरण किया था. सूत्रों के मुताबिक फिरौती के तौर पर पांच लाख रूपये लेकर डकैतों ने अपह्रत को मुक्त किया था. इस वारदात के बाद दस्यु सरगना रजुआ व् दूसरे नम्बर के हार्डकोर मेंबर दस्यु महेंद्र पासी के बीच रकम बंटवारे को लेकर तनातनी शुरू हो गई.
रैपुरा जंगल में हुआ विवाद सूत्रों के मुताबिक महेंद्र पासी व रजुआ के बीच आपसी गैंगवार चित्रकूट के रैपुरा थाना क्षेत्र के जंगल में हुई जिसमें महेंद्र पासी ने रजुआ को मौत के घाट उतारते हुए उसे मारकर फेंक दिया. रजुआ के गांव वाले भी दबी जुबां से उसके कई दिनों से दिखाई न पडऩे की बात कह रहे हैं. कुर्की के बाद रजुआ के माता पिता व् दो भाई भी किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं गांव छोड़कर.
आशंका है पर पुष्टि नहीं इस पूरी खबर के मामले में चित्रकूट एसपी प्रताप गोपेंद्र ने कहा कि दस्यु गैंगों में आपसी गैंगवार होते रहते हैं. रजुआ व् महेंद्र पासी के बीच भी गैंगवार की सूचना मिली थी. जंगल में अभी तक तो ऐसा कोई शव नहीं मिला जिसकी शिनाख़्त किसी डकैत के रूप में हुई हो फि़लहाल इलाके में कॉम्बिंग होती रहती है और जानकारी प्राप्त की जा रही है. डकैत रजुआ पर डेढ़ दर्जन से अधिक हत्या अपहरण धमकी मुठभेड़ व फिरौती के मामले यूपी व् एमपी के पुलिस थानों में दर्ज हैं. इस दस्यु पर यूपी से 25 व् एमपी से 30 हजार का इनाम घोषित है.