ब्लॉक परिसर में कैद कर दिए गए सैकड़ों अन्ना मवेशी
जनपद के रामनगर ब्लॉक परिसर में उस समय खासा हड़कम्प मच गया जब सैकड़ों की संख्या में हांककर लाए गए अन्ना मवेशियों को ग्रामीणों ने परिसर में ही कैद कर दिया। ब्लाक कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने प्रशासन व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि उस वक्त खण्ड विकास अधिकारी(बीडीओ) ब्लाक परिसर में मौजूद नहीं थे। कर्मचारियों की भी हिम्मत नहीं पड़ी की वे आक्रोशित किसानों को समझा सकते।
मौके पर पहुंचे एसडीएम और फिर
पूरे मामले की जानकारी जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर को हुई जिसपर उन्होंने तत्काल एसडीएम मऊ संदीप वर्मा को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। डीएम के निर्देश पर मौके पर पहुंचे एसडीएम मऊ ने ब्लाक परिसर में बड़ी संख्या में मौजूद आक्रोशित किसानों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया और परिसर में कैद किए गए सैकड़ों अन्ना जानवरों को अन्यत्र ले जाने का आश्वासन दिया। आक्रोशित कोसानों ने एसडीएम को बताया कि खेतों को बचाने के लिए उन्होंने अपने स्तर से लगभग 200 अन्ना मवेशियों गांव के ही पास एक स्थान पर बांधकर उनके चारा पानी की व्यवस्था की थी। लेकिन देर रात कुछ शैतानी तत्वों ने मवेशियों को खोल दिया जिससे सैकड़ों मवेशी खेतों में जा पहुंचे और फसलों को चरने लगे। सुबह जब जानकारी हुई किसानों को तो सबने मिलकर यह कदम उठाया।
मंडी परिसर में पहुंचाया गया अन्ना मवेशियों को
किसानों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराते हुए एसडीएम मऊ ने ब्लाक परिसर में कैद मवेशियों को पास के ही गांव लोधौरा में स्थित मंडी समिति परिसर में पहुंचवाया। एसडीएम मऊ संदीप वर्मा ने बताया कि बीडीओ रामनगर को निर्देश दिया गया है कि ग्राम प्रधानों से वार्ता कर अन्ना मवेशियों के लिए चारा पानी का इंतजाम किया जाए।