मुलायम सिंह यादव के लिए किया यह ऐलान
आदित्य यादव ने एक पत्र जारी कर 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन को धर्मनिरपेक्षता दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है। ताकि लोकजीवन में धर्म निरपेक्षता और सामाजकि सद्भाव जैसे शाश्वस्त मूल्यों को ताकत मिले। उन्होंने जारी पत्र में सभी जिलाध्यक्ष और पार्टी पदाधिकारियों को 22 नवंबर को जन्मदिन का कार्यक्रम भव्य ढंग से मनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इटावा और लखनऊ में भी इस पर एक भव्य आयोजन किया जाएगा। इसके कार्यक्रम की रूपरेखा जल्द तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बाकी जिलों में गरीबों, मजदूरों के बीच जाकर फल वितरण, रक्तदान व संगोष्ठी जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिससे समस्त जनमानस में यह संदेश जाए की इंसानियत से बड़ी कोई सेवा नहीं हैं। आदित्य ने यह घोषणा एक पत्र जारी करके की। शिवपाल यादव ने भी इस पत्र को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर रीट्वीट कर आदित्य की पहल को सराहा है।
राम मंंदिर निर्माण पर दिया ये बयान
राम मंंदिर निर्माण पर बयान देते हुए उन्होंने यह कहा कि राम जन्मभूमि का मामला असंख्य लोगों की आस्था से जुड़ा है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करना चाहिए। लोकसभा चुनाव लड़ने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पार्टी की शीर्ष कमेटी तय करेगी।
अखिलेश ने अब दिए संकेत- डिंपल लड़ सकती हैं चुनाव
यूपी के पूर्व सीएम व सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब संकेत दिए हैं कि डिंपल यादव 2019 लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। एक निजी चैनल के कार्यक्रम में एक दर्शक के सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि अगर लोग चाहते हैं तो डिंपल को चुनाव लड़ा सकते हैं। हालांकि अखिलेश ने ये साफ नहीं किया डिंपल यादव किसी सीट लड़ेंगी क्योंकि इस बार कन्नौज से अखिलेश खुद चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर चुके हैं।
संभावना जताई जा रही थी कि इस बार अखिलेश कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे। डिंपल केवल पार्टी का प्रचार करेंगी लेकिन चुनाव नहीं लड़ेंगी लेकिन बदले समीकरणों को ध्यान में रखते हुए दोनों चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। वहीं कुछ सूत्रों को ये भी कहना है कि अखिलेश का कन्नौज से लड़ना अभी तय नहीं है। चूंकि 2022 में अखिलेश ही सपा के सीएम उम्मीदवार होंगे, ऐसे में वह तीन साल के लिए लोकसभा जाने से बेहतर पार्टी के प्रचार पर फोकस करेंगे।