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बुंदेलखंड में गांव-गांव पीले चावल बांट रहे भाजपाई, जानें क्या है वजह

locationचित्रकूटPublished: Feb 22, 2020 03:53:33 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

– पीले चावल बांटकर लोगों को आमंत्रित कर रहे भाजपाई- 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है संभावित दौरा

BJP

29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है संभावित दौरा

चित्रकूट. भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता आजकल गांव-गांव जाकर पीले चावल बांट रहे हैं। 29 फरवरी को प्रधानमंत्री के जनपद में आने की संभावना है, जिसे देखते हुआ भाजपाई घर-घर पीले चावल बांट रहे हैं। प्रधानमंत्री की जनसभा को सुपरहिट बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता पीले चावल बांटकर लोगों को जनसभा में आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। शगुन के तौर पर पीले चावल हर उम्र और वर्ग के लोगों को दिये जा रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश खरे ने बताया कि 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चित्रकूट आ रहे हैं। उनके कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी जी जान से लगी है। इसी के तहत घर-घर पीले चावल बांटकर लोगों को आमंत्रित करने की योजना बनाई गई है और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है।
29 फरवरी को चित्रकूट के भरतकूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन संभावित है, जहां से एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य की शुरुआत हो रही है जिसका शिलान्यास पीएम मोदी द्वारा करने की पूरी संभावना है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे केंद्र व प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। इसी के तहत यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ बीते सोमवार को जनपद दौरे पर आकर तैयारियों की समीक्षा भी कर चुके हैं। 29 फरवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंच रहे हैं। यहां वह 26 हजार से अधिक लाभार्थियों को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, ट्राईसाइकिल आदि उपकरण भी बांटेंगे।
गोंडा गांव से होगी एक्सप्रेस वे की शुरुआत
296 किलोमीटर लंबे छह लेन के बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे को दिल्ली से जोड़ा जाएगा। चित्रकूट बांदा हमीरपुर महोबा औरैया होते हुए यह एक्सप्रेस वे इटावा तक जाएगा। जनपद के भरतकूप थाना क्षेत्र के गोंडा गांव से एक्सप्रेस वे की शुरुआत होगी। करीब 15 हजार करोड़ की लागत से बनने वाले इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली व बुन्देलखण्ड के बीच की दूरी छह घण्टे में सिमट जाएगी। एक्सप्रेस वे के लिए इलाके के किसानों की जमीनों के अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा डिफेंस कॉरिडोर से भी बुन्देलखण्ड की किस्मत बदलने की तैयारी है। इसके लिए जनपद के पहाड़ी ब्लाक में जमीनों के अधिग्रहण का काम लगभग अंतिम चरण में है।
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