दो जनपदों को जोड़ेगा यमुना ब्रिज करोड़ों की है लागत
जनपद के मऊ विकास खण्ड स्थित यमुना नदी के इस पार से उस पार पर स्थित पड़ोसी जनपद कौशाम्बी को जोड़ने हेतु बसपा सरकार में वर्ष 2011में 49।5400(करोड़) का बजट स्वीकृत हुआ था। सेतु निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को दी गई। आज 7 वर्षो के बाद भी धरातल पर कार्य न के बराबर है। लगभग 32 करोड़ रूपये खर्च हो चुके हैं अभी तक। 2020 की तक समयावधि बढ़ा दी गई है। आंकड़ो में कार्य 29 प्रतिशत पूर्ण दिखाया जा रहा है।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
17 सितंबर 2018 को पत्रिका ने इस मुद्दे को प्रखरता से उठाया था और सेतु निगम के जिम्मेदारों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक भी इस मुद्दे की गूंज पहुंचाई थी। पुल के निर्माण कार्य को लेकर चित्रकूट बांदा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा ने कहा था कि उनकी सरकार में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। कई बार इस मुद्दे को वे जिला स्तर से लेकर मुख्यमंत्री तक उठा चुके हैं। वहीं सेतु निगम के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर सुरेश चंद्रा का कहना था कि उन्होंने अभी चार्ज संभाला है मार्च 2020 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है, जल्द ही तेजी लाइ जाएगी कार्य में।