खाकी को खुली चुनौती देने वाले दस्यु बबुली गैंग की कुछ तस्वीरें खाकी को मुंह चिढ़ाने के लिए काफी है जिसमें स्पष्ट तौर पर दिख रहा है कि किस तरह गैंग के हार्डकोर मेंबर और उनके मददगार जंगल में आराम फरमाते हुए विचरण कर रहे हैं। दरअसल यह खुलासा उस समय हुआ जब मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने बबुली गैंग के तीन सदस्यों को सतना के बड़े पान व्यापारी के अपहरण की योजना बनाते समय गिरफ्तार किया।
लवलेश के साथ सेल्फ़ी
दस्यु बबुली का दाहिना हांथ और एक तरह से गैंग की रीढ़ व् कई मुठभेड़ों में खाकी से खुली टक्कर लेने वाले कुख्यात डकैत लवलेश कोल के साथ बबुली के भाई राजेश कोल की जंगल में ली गई सेल्फ़ी पुलिस को चौंकाने के लिए काफी है। गिरफ्तार किए गए सदस्य अक्सर जंगल में जाकर गैंग के साथ वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते थे और बबुली व् लवलेश को बाहरी दुनिया की गतिविधियों से अवगत भी करवाते थे।
कहां चूक रही यूपी की खाकी
इन सबके इतर यूपी पुलिस की हिटलिस्ट में शामिल बबुली की परछाई भी अभी तक दस्यु उन्मूलन में लगी चित्रकूट पुलिस को नसीब नहीं हुई है। गौर करने वाली बात यह कि बबुली का भाई राजेश कोल चित्रकूट के ही डोडामाफी गांव का रहने वाला है लेकिन आज तक उसकी सङ्गदिग्ध गतिविधियां खाकी की निगहबानी में कैद न हो सकी। इससे यह समझा जा सकता है कि सटीक मुखबिर और मुखबिरी के अभाव में लगातार पुलिस से चूक हो रही है गैंग को ट्रेस करने में।
क्या बनेगा आपसी सामजस्य
पिछ्ले कई महीने पहले सतना व् चित्रकूट पुलिस के उच्चाधिकारियों ने कई बार मीटिंग करते हुए दस्यु गैंगों के खिलाफ संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाने की रणनीति बनाई थी। दस्यु प्रभावित मारकुंडी थाने में दोनों राज्यों के खाकी के लम्बरदारों ने अभियान को लेकर एक पूरा मैप तैयार किया था। इसके बावजूद भी अभी तक दोनों राज्यों की पुलिसिंग में वो सहयोग देखने को नहीं मिला जिसकी दरकार थी। कहीं न कहीं कम्युनिकेशन गैप कायम है सतना व् चित्रकूट की खाकी के बीच।
चित्रकूट पुलिस के लिए चुनौती
एक तरफ जहां गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार व् अपहरण की योजना को नाकाम करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस वाहवाही लूट रही है वहीँ चित्रकूट पुलिस के लिए अब और चुनौती उत्पन्न हो गई है कि किस तरह वो बबुली को निशाने पर लेते हुए उसे उसके अंजाम तक पहुंचाएं। कहीं न कहीं मध्य प्रदेश पुलिस के इस गुडवर्क से चित्रकूट पुलिस को भी चैलेन्ज मिला है दस्यु गैंग पर नकेल कसने को लेकर।