बीती रात करीब डेढ़ से 2 बजे के बीच आए चक्रवाती तूफान के दौरान चित्रकूट एक्सप्रेस (लखनऊ से जबलपुर डाउन) बाल-बाल बच गई हादसे का शिकार होते होते। दरअसल चित्रकूट के भरतकूप-शिवरामपुर रेल ट्रैक पर यूके लिप्ट्स का भारी भरकम पेड़ गिर पड़ा, इसी बीच लखनऊ से जबलपुर जा रही चित्रकूट एक्सप्रेस का इंजन रेलवे ट्रैक पर पड़े पेड़ से टकरा गया। गनीमत रही कि भयंकर आंधी की वजह से ट्रेन की रफ्तार थोड़ा धीमी होने के कारण चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमर्जेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। घटना की जानकारी के मुताबिक लखनऊ से जबलपुर जा रही 15205 चित्रकूट एक्सप्रेस (डाउन) बीती रात भीषण तूफान के दौरान जनपद के भरतकूप स्टेशन से शिवरामपुर की ओर बढ़ी कि रेल ट्रैक पर यूके लिप्टस का पेड़ धराशाई हो गया। तेज तूफान और धूल की वजह से चालक परिचालक को ट्रैक देखने में परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा था लेकिन किसी तरह होशियारी का परिचय देते हुए चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई। तब तक इंजन पेड़ से टकरा गया।
इंजन हुआ क्षतिग्रस्त पेड़ से टकराने पर इंजन का कैटल गार्ड, पाइप, ब्रेक सिस्टम टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान यात्रियों को भी जोरदार झटके का अहसास हुआ। ट्रेन के अचानक खड़े होने के बाद अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सूचना रेलवे स्टेशन भरतकूप को दी गई। करीब तीन घंटे तक ट्रेन वहीं पर खड़ी रही। सूचना पाकर बांदा मुख्यालय से रेलवे के एलआई देवेन्द्र सीएनडब्लू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। बांदा से दूसरा इंजन मंगाकर ट्रेन को करीब पांच बजे भरतकूप स्टेशन पहुंचाया गया। इसके बाद क्षतिग्रस्त इंजन को ट्रैक से लाकर भरतकूप स्टेशन की लूपलाइन में खड़ा कराया गया। ट्रैक खाली होने के बाद चित्रकूट एक्सप्रेस सुबह करीब सात बजे जबलपुर के लिए रवाना हुई।
ये ट्रेनें हुई प्रभावित चित्रकूट एक्सप्रेस के पेड़ से टकराने व् रेलमार्ग बाधित होने के कारण बुंदेलखंड एक्सप्रेस अप व डाउन, महाकौशल एक्सप्रेस, मानिकपुर-झांसी पैसेंजर, जबलपुर-लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस 15206 अप करीब तीन से चार घंटे देरी से रवाना हुईं. इन ट्रेनों को शिवरामपुर, बदौसा, अतर्रा आदि में खड़ा किया गया था।
यात्री रहे हलकान इस पूरी घटना के दौरान यात्री खासा हलकान हुए. यात्रा कर रहे अमित ने बताया कि घटना के बाद कई बार बांदा से लेकर चित्रकूट तक फोन किया गया लेकिन रेलवे के किसी भी जिम्मेदार के द्वारा कोई उचित उत्तर नहीं मिला। चित्रकूट स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री खासा परेशान हुए लेकिन कोई सही सूचना नहीं मिल रही थी।