कुख्यात बबुली कोल का तिलिस्म तोड़ने में अहम भूमिका
जनपद के पाठा क्षेत्र(मानिकपुर मारकुंडी) में करीब चार दशकों से दहशत की इबारत लिखने वाले खूंखार दस्यु सरगना ददुआ, ठोकिया, रागिया, बलखड़िया, ललित पटेल के खात्मे के बाद बीहड़ में खौफ का नया साम्राज्य खड़ा करने वाले कुख्यात डकैत साढ़े 6 लाख के इनामी बबुली कोल के तिलिस्म को तोड़ने में एसपी मनोज कुमार झा ने अहम भूमिका निभाई। बीहड़ों में लगातार कॉम्बिंग सर्च ऑपरेशन के जरिए उन्होंने दस्यु गैंगों में इस बात की आहट पहुंचाई की बीहड़ में गैंग से निपटने के लिए पुलिस हमेशा मौजूद है।
डकैतों से कई बार हुई मुठभेड़ हार्डकोर मेम्बर हुए घायल किए गए गिरफ़्तार
बीहड़ में सक्रिय बबुली कोल से एसपी मनोज कुमार झा के नेतृत्व में कई बार मुठभेड़ हुई। हालांकि इस दौरान दस्यु सरगना लगातार खुद को बचाने में कामयाब होता गया लेकिन गैंग के कई हार्डकोर मेम्बर(25 से 50 हजार तक के इनामी) मुठभेड़ के दौरान घायल हुए और उन्हें गिरफ्तार किया गया। कई बार पुलिस के पहुंचने पर डकैतों ने अपना ठिकाना बदला और पुलिस को गैंग के ठिकानों से कई अहम जानकारियां हांसिल हुई।
ददुआ से लेकर बबुली गैंग तक के घातक असलहे बरामद
जिला पुलिस की लगातार कॉम्बिंग डकैतों के प्रमुख मददगारों मुखबिरों को ट्रेस कर उनका नेटवर्क तोड़ने में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिली। परिणामतः ददुआ से लेकर बबुली गैंग तक के घातक हथियारों को बरामद किया गया। बबुली गैंग लगभग पूरी तरह से यदि टूटा तो उसमें जिला पुलिस और खासकर एसपी मनोज कुमार झा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
तबादले के बाद विदाई पर उमड़ा हर वर्ग
अपने इन्ही अभियानों से जनता के बीच एक अलग जगह बनाने वाले एसपी मनोज कुमार झा का तबादला पड़ोसी जनपद प्रयागराज में एसपी रेलवे के पद पर हो गया अभी तीन दिन पहले। उनकी विदाई पर व्यापारी आम लोग समाजसेवी व पुलिस प्रशासन के विभागीय अधिकारियों ने उनके दस्यु उन्मूलन अभियान की सराहना करते हुए उनके कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया। लोगों में भावनाओं का ज्वार भी उमड़ा। एसपी मनोज कुमार झा भी लोगों के इस लगाव से अभिभूत नजर आए।