गणतंत्र दिवस पर लोगों को खाकी की इस महिला विंग से रूबरू होने का मौका और सन्देश मिलेगा कि बेटियों को रूढ़िवादी बंदिशों में बांधकर उनके सपनो के पंखों को मत कुतरें। उन्हें आजाद परिंदे की तरह अपनी मंजिल को तलाशने दें। चित्रकूट की महिला पुलिस गणतंत्र दिवस की परेड की तैयारियों में जी जान से लगी है। अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी के निर्देशन में महिला पुलिस जमकर पसीना बहा रही है रिहर्सल के दौरान। इस बार महिला शक्ति का विशेष प्रदर्शन होगा गणतंत्र दिवस पर।
बूटों की क्रमबद्ध कदमताल कन्धों पर बन्दूक सधे हुए हाथ और अपने फर्ज के प्रति जज्बा, कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिल रहा है जनपद के पुलिस लाइन में महिला पुलिस की परेड रिहर्सल के दौरान। इस बार गणतंत्र दिवस पर महिला पुलिस का भी उम्दा प्रदर्शन होगा। सूरज की पौ फटने के साथ ही शुरू हो जाता है। इनका कड़ा अभ्यास दोपहर तक अनवरत जारी रहता है। मन में वर्दी और फर्ज के प्रति कृतज्ञता इनके चेहरों से साफ झलकती है। अधिकारीयों के निर्देशन में कड़े अभ्यास से इन्हें थकावट का अनुभव नहीं बल्कि उत्साह का टॉनिक मिलता है क्योंकि देश और समाज के लिए कुछ करने का मौका मिला है इन बेटियों को।
अपर एसपी के निर्देशन में हो रही तैयारी गणतंत्र दिवस पर अपनी परेड को यादगार बनाने के लिए महिला पुलिस जमकर अभ्यास कर रही है। अपर एसपी बलवंत चौधरी के निर्देशन निगरानी में प्रतिदिन सुबह शाम आठ टीमें परेड की रिहर्सल कर रही हैं। महिला पुलिस टीम का इस बार विशेष प्रदर्शन होगा गणतंत्र दिवस पर। समाज को यह बेटियों महिलाओं के प्रति सोच बदलने का सन्देश भी दिया जाएगा। परेड की तैयारियों में एंटी डकैती टीम, फायरब्रिगेड, डॉग स्क्वायड, और फिंगर प्रिंट की टीम भी जुटी है।
वर्दी पहनने पर होता है गर्व परेड की रिहर्सल के दौरान महिला पुलिस टीम ने एक स्वर में कहा कि उन्हें आज वर्दी पहनने पर गर्व होता है। साथ ही सुकून भी मिलता है कि देश और समाज के लिए कुछ करने का मौका भी मिला। गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने पर उत्साहित मुद्रा में टीम का कहना था कि इस कार्य से उन्हें थकावट का नहीं बल्कि जोश का अनुभव होता है क्योंकि सबको यह मौका नहीं मिलता। बहरहाल महिला पुलिस की यह तैयारी और प्रदर्शन खास होगा इसमें कोई संशय नहीं.