सुर्ख़ियों में इसलिए था लाले कोल इसी माह 16 सितम्बर 2019 को जब यूपी से सटे एमपी के लेदरी जंगल में कुख्यात बबुली कोल व उसके दाहिने हाथ लवलेश कोल की गोलियों से छलनी लाश पाई गई थी तो डकैत लाले कोल ही सबसे पहले चर्चा में आया कि उसने ही बबुली व लवलेश की गोली मारकर हत्या कर दी गैंगवार के दौरान। इसके बाद लाले कोल की मां का भी एक बयान आया कि उसके बेटे ने अपने साथियों के साथ बबुली व लवलेश की हत्या कर दी और अब वह पुलिस के सामने समर्पण करेगा. बीहड़ के सूत्रों के मुताबिक भी यही खबर थी कि लाले कोल एमपी पुलिस की कस्टडी में है.
एमपी पुलिस का कुछ और ही दावा इसके इतर मध्य प्रदेश पुलिस ने शनिवार को डकैत लाले कोल को मुठभेड़ में गिरफ़्तार करने का दावा कर उसे मीडिया के सामने पेश किया. पुलिस के मुताबिक जिस लेदरी जंगल में दस्यु बबुली कोल से उसकी(एमपी पुलिस की) मुठभेड़ हुई थी वहीँ से इस कुख्यात डकैत को उस समय गिरफ़्तार किया गया जब बबुली गैंग के अन्य साथियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. सतना एसपी रियाज इकबाल के मुताबिक एमपी पुलिस की बबुली से हुई मुठभेड़ के दौरान लाले कोल मौक़ा पाकर भाग निकला था। डकैत लाले कोल को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड मांगी जाएगी।
बदले नज़र आए एमपी पुलिस के सुर मुठभेड़ का किया दावा गुरुवार को यूपी पुलिस द्वारा गैंग के मुख्य शूटर बताए गए हार्डकोर मेंबर एक लाख के इनामी सोहन कोल को मय हथियार गिरफ़्तार करने के बाद एमपी पुलिस ने शनिवार को अचानक गैंग के कुख्यात लाले कोल को पेश कर दिया। इस दौरान जब पूछा गया कि यूपी पुलिस की गिरफ्त में आए सोहन कोल ने दावा कि उसने ही बबुली व लवलेश को गोली मार मौत के घाट उतारा है गैंगवार के दौरान तो एमपी पुलिस ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सोहन कोल झूठ बोल रहा है।
एमपी पुलिस से मुठभेड़ के दौरान ही दस्यु सरगना बबुली व लवलेश मारे गए हैं। हालांकि यूपी पुलिस ने गैंग के खतरनाक हथियारों को बरामद कर गैंग की फायर पावर खत्म कर बड़ी सफलता हांसिल की है। दोनों राज्यों की पुलिस ने कई बार डकैतों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया है। और आगे भी यही प्रयास होगा कि बीहड़ में कोई नया गैंग अब न पनपने पाए. बचे हुए डाकू गौरी यादव व साधना गैंग के खिलाफ भी अभियान चल रहा है।