कई दुश्वारियों से जूझते बुन्देलखण्ड में घोटालेबाजों और भ्रष्टाचारियों ने किस कदर अपनी तिजोरियां भरी हैं यह किसी से छिपा नहीं है। दलालों के माध्यम से हर योजना के लाभ में किस तरह ग्रामीणों को बरगलाकर उन्हें ठगा जाता है यह भी अब आम बात हो चली है। ऐसा ही मामला सामने आया है पेयजल परियोजना का लाभ लेने की योजना में जिसमें पानी का कनेक्शन देने के नाम पर ग्रामीणों से धनराशि लेने की खबर सामने आई , लेकिन जब मामला डीएम तक पहुंचा तो उन्होंने सम्बंधित क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों को जागरूक किया और दलालों व् विभाग को चेतावनी देते हुए सावधान।
पेयजल कनेक्शन में धनराशि लेने की शिकायत
जनपद के मऊ विकास खण्ड अंतर्गत 150 करोङ की लागत से संचालित हो रही मऊ ग्राम समूह पेयजल परियोजना जिसके अंतर्गत 58 गांवों को पेयजल आपूर्ति की जानी है में पेयजल कनेक्शन के नाम पर ग्रामीणों से दलालों व् सम्बंधित विभाग(जल निगम) के खेल करने वाले कर्मचारियों द्वारा धनराशि लेने की शिकायत पर डीएम विशाख जी अय्यर ने एक्शन लेते हुए सम्बंधित इलाके का दौरा किया। जिसके तहत उन्होंने अहिरी व् छिवलहा गांव का भ्रमण करते हुए ग्रामीणों से पेयजल कनेक्शन के बारे में जानकारी ली और जिन कुछ ग्रामीणों को कनेक्शन दिए जा चुके हैं उनके यहां पानी सप्लाई की जांच भी की। इस दौरान उन्हें कनेक्शन के नाम पर वसूली की जानकारी मिली जिसपर अधिकारीयों को फटकार लगाते हुए सुधर जाने की चेतावनी देते हुए डीएम ने तत्काल प्रभाव से धनराशि वापस करने की हिदायत दी।
शिकायत दर्ज करवाने के लिए सार्वजनिक किया फोन नम्बर
डीएम ने ग्रामीणों को पेयजल परियोजना के तहत कनेक्शन लेने की जानकारी देते हुए उनसे अपील की कि यदि कनेक्शन देने के नाम पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या वसूली की जाए तो तत्काल कण्ट्रोल रूम के इन नंबरों क्रमशः 05198- 236618 व् 09454464774 पर शिकायत दर्ज कराएं। कार्यवाही की जाएगी। अधिकारीयों को भी चेताया कि यदि शिकायत मिली तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
कच्छप गति से कनेक्शन देने की प्रक्रिया
पेयजल परियोजना के तहत 58 गांवों में लगभग 22 हजार कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य प्रस्तावित है लेकिन प्रक्रिया की कच्छप गति और विभागों की शिथिलता के चलते अभी तक सिर्फ 18 सौ के लगभग ही कनेक्शन दिए गए हैं। डीएम ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को निर्देश दिया कि कार्यदायी संस्था को चेतावनी देते हुए कनेक्शन देने में तेजी लाई जाए और यदि लापरवाही की गई तो कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें।