खरीफ की फसलों के लिए है संजीवनी
जनपद के राजापुर पहाड़ी शिवरामपुर मानिकपुर जैसे कृषि बाहुल्य इलाके में हुई ठीक ठाक बारिश ने खरीफ की प्रमुख फसलों धान ज्वार बाजरा उरद मूँग अहरहर के लिए ग्लूकोज़ का काम किया है। इन इलाकों के किसान रमेश, मुस्तफा, आमीर और हरिचरण सिंह का कहना है कि यह शुरूआती बारिश खरीफ की फसलों के लिए लाभदायक है। हालांकि बुन्देलखण्ड में पानी की कमी की वजह से धान की पैदावार कम की जाती है, लेकिन शुरूआती अच्छी बारिश से किसान धान के बेहन (पौधे) रोपते हुए खेतों में देखे जा सकते हैं।
जनपद के राजापुर पहाड़ी शिवरामपुर मानिकपुर जैसे कृषि बाहुल्य इलाके में हुई ठीक ठाक बारिश ने खरीफ की प्रमुख फसलों धान ज्वार बाजरा उरद मूँग अहरहर के लिए ग्लूकोज़ का काम किया है। इन इलाकों के किसान रमेश, मुस्तफा, आमीर और हरिचरण सिंह का कहना है कि यह शुरूआती बारिश खरीफ की फसलों के लिए लाभदायक है। हालांकि बुन्देलखण्ड में पानी की कमी की वजह से धान की पैदावार कम की जाती है, लेकिन शुरूआती अच्छी बारिश से किसान धान के बेहन (पौधे) रोपते हुए खेतों में देखे जा सकते हैं।
जल संरक्षण की जरूरत
दूसरी तरफ पानी की समस्या से जूझ रहे बुन्देलखण्ड में हमेशा की तरह इस बार भी जल संरक्षण की जरूरत पर बातें तो बहुत की जा रहीं लेकिन धरातल पर इसका क्रियान्वयन हाल फि़लहाल सिफर ही दिख रहा. खेत का पानी खेत में तालाब का पानी तालाब में आदि कई स्लोगन सिर्फ स्लोगन बनकर ही रह जाने की उम्मीद है। अलबत्ता कुछ समाजसेवी ग्रामीण इलाकों में लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के अभियान में लग गए हैं और किसानों को खेत का पानी यूं ही न बह देने जाने के तौर तरीके बताए जा रहे हैं। हाल फि़लहाल खेतों में अन्नदाता पसीना बहाने में जुटे हैं।
दूसरी तरफ पानी की समस्या से जूझ रहे बुन्देलखण्ड में हमेशा की तरह इस बार भी जल संरक्षण की जरूरत पर बातें तो बहुत की जा रहीं लेकिन धरातल पर इसका क्रियान्वयन हाल फि़लहाल सिफर ही दिख रहा. खेत का पानी खेत में तालाब का पानी तालाब में आदि कई स्लोगन सिर्फ स्लोगन बनकर ही रह जाने की उम्मीद है। अलबत्ता कुछ समाजसेवी ग्रामीण इलाकों में लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के अभियान में लग गए हैं और किसानों को खेत का पानी यूं ही न बह देने जाने के तौर तरीके बताए जा रहे हैं। हाल फि़लहाल खेतों में अन्नदाता पसीना बहाने में जुटे हैं।