घटना के बाद मृतक होमगार्ड के परिजनों में कोहराम मचा है। परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। हर कोई तेज रफ़्तार बाइक सवारों को कोसता हुआ नजर आया। मौत का पैगाम लेकर सड़क पर फर्राटा भरती बाइकें कब किसकी जान ले लें यह एक बानगी बन चुकी है चित्रकूट में। युवाओं के हांथों में यमदूत बनकर दौड़ रही बाइकें भीषण हादसों का सबब बन रही हैं।
होमगार्ड को मारी टक्कर
जनपद के मऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत मऊ थाना के सामने उस समय एक भीषण हादसा हो गया जब मऊ तहसील में एसडीएम कार्यालय में तैनात राकेश सिंह(45) नाम के होमगार्ड को तेज रफ़्तार बाइक ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि मौके पर ही होमगार्ड की मौत हो गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक होमगार्ड राकेश सिंह कार्यालय से कुछ काम के लिए थोड़ी दूर पर स्थित मऊ बस स्टैंड गए थे। वापस लौटते समय पीछे से एक तेज रफ़्तार बाइक ने उन्हें भीषण टक्कर मार दी जिससे वे मुंह के बल गिर पड़े और मौके पर ही उनकी जीवन लीला समाप्त हो गई। घटना में बाइक सवार भी गंभीर रूप से घायल हो गया। चूंकि हादसा थाने के सामने हुआ था इसलिए सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल बाइक सवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊ में भर्ती कराया जहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे इलाहाबाद के लिए रिफर कर दिया।
परिजनों में कोहराम
हादसे की सूचना पर पहुंचे मृतक होमगार्ड के परिजनों में शव को देखते ही कोहराम मच गया। सभी बाइक सवार और उस मनहूस घडी को कोस रहे थे जब यह दर्दनाक हादसा हुआ। मृतक के दो बच्चे हैं जो अभी नाबालिग हैं और अब उनके सामने जीवकोपार्जन का संकट उत्पन्न हो गया है। पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।
पुलिस बनी है मूक दर्शक
सिर्फ हेलमेट चेकिंग व अन्य खनापूर्तियों तक सीमित रहने वाली मऊ थाना पुलिस राजमार्ग पर इस कदर फर्राटा भरने वाले बाइक और छोटे बड़े वाहन चालकों के प्रति मूक दर्शक बनी हुई है। इलाके में खुलेआम डग्गामार वाहन यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं लेकिन थाना पुलिस गजकेसरी की चाल से मदमस्त है। तेज रफ़्तार बाइक स्वरों को यदि कोई संभ्रांत व्यक्ति मना करता है या रोकने की कोशिश करता है तो उससे मारपीट करने की धमकी दी जाती है। बहरहाल राष्ट्रीय राजमार्ग बन गया है मौत का मार्ग।