कई जगहों पर छापेमारी जनपद के मऊ राजापुर पहाड़ी थाना क्षेत्रों में बालू मिट्टी मौरंग आदि के अवैध खनन व ओवरलोडिंग की सूचना पर शनिवार से लेकर सोमवार तक खनिज विभाग ने कई जगहों पर चेकिंग अभियान चलाते हुए छापेमारी की लेकिन कोई बड़ी मछली पकड़ में न आ सकी. अलबत्ता कुछ ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रक डम्फर आदि को पकड़कर सीज किया गया. पहाड़ी थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए जिला खनिज अधिकारी मिथलेश पाण्डेय व एसडीएम राजापुर अश्वनी कुमार ने पुलिस बल के साथ कई जगहों पर छापेमारी करते हुए अवैध खनन पकड़ा. थाना क्षेत्र के देवल चौरा गांव में 250 मीटर परिक्षेत्र में अवैध खनन पाया गया टीम द्वारा. इस दौरान अवैध खनन में लिप्त तीन ट्रैक्टर चालक उस समय मय ट्रैक्टर फरार हो गए जब टीम ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया. जिला खनिज अधिकारी मिथलेश पाण्डेय ने बताया कि कई लोगों के खिलाफ अवैध खनन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. कुछ लोगों को पकड़ा गया है जिनसे पूछताछ की गई है. जहां कहीं भी अवैध खनन की सूचना मिलती है वहां तत्काल कार्रवाई का प्रयास किया जाता है.
सेटिंग का खेल कार्रवाई की आंच से बेख़ौफ़ दरअसल इस पूरे खेल में जो सबसे अहम बात है वो है जिसकी सत्ता उसकी ओर खनिज माफियाओं की करवट यानी सत्ता के साथ खननधारियों की सेटिंग. चाहे बसपा सरकार रही हो या सपा या फिर वर्तमान में सत्ता पर काबिज भाजपा, सभी सरकारों में अवैध खनन जारी रहा है. खनिज माफियाओं की सेटिंग इस कदर कि इन बड़ी मछलियों पर कोई आंच नहीं आती. स्थानीय स्तर पर थाना पुलिस भी या तो धृतराष्ट्र की भूमिका निभाती है या उसकी मिलीभगत हो जाती है इस षड्यंत्र में. कुल मिलाकर अवैध खनन भी बुन्देलखण्ड के लिए किसी नासूर जैसी समस्या से कम नहीं.