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थाने के लॉकप में नाबालिग छात्रों की बेरहमी से पिटाई जिम्मेदारों का ढुलमुल रवैया

locationचित्रकूटPublished: Mar 16, 2019 02:11:20 pm

चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाए गए दो नाबालिग छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है. छात्रों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा. छात्रों के शरीर की लाल हुई चमड़ी भी इस बात की ओर तस्दीक करती है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला जरूर है

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चित्रकूट: चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाए गए दो नाबालिग छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है. छात्रों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा. छात्रों के शरीर की लाल हुई चमड़ी भी इस बात की ओर तस्दीक करती है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला जरूर है. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर खाकी के जिम्मेदार ढुलमुल रवैया अपनाने से भी पीछे नहीं हैं. पीड़ित छात्रों के परिजनों ने उच्चाधिकारियों से घटना की जांच कर कार्रवाई की मांग की है.

यूपी 100 ले गई थी छात्रों को


घटना जनपद के बरगढ़ थाना क्षेत्र की है जहां थाने के लॉकप में बन्द कर दो नाबालिग छात्रों की पिटाई के मामले ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. घटना की जानकारी के मुताबिक नाबालिग छात्र धनराज द्विवेदी(16) व उसके फुफेरे भाई रवि पांडेय(17) को यूपी 100 पुलिस कुछ माह पूर्व इलाके के एक व्यक्ति के यहां हुई चोरी के मामले पूछताछ के लिए थाने ले गई. दोनों नाबालिग छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें काफी देर तक बैठाए रखा और फिर लॉकप में बंद कर दिया.

रात में की गई बेरहमी से पिटाई


छात्रों के मुताबिक इस दौरान रात में थाने में तैनात एक उपनिरीक्षक व दो सिपाहियों तथा एक अज्ञात व्यक्ति ने उनको लाठी डंडे व पट्टे से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. छात्रों के मुताबिक सभी बारी बारी से उन्हें पीट रहे थे और शराब के नशे में थे. पीड़ितों के मुताबिक थाने में मौजूद थाना प्रभारी ने भी इस दौरान हस्तक्षेप नहीं किया. छात्रों की बिगड़ती हालत देख उन्हें मरणासन्न अवस्था में छोड़ दिया गया और सुबह उनके परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया.
जिम्मेदारों का ढुलमुल रवैया


इस पूरे मामले को लेकर जिम्मेदारों का ढुलमुल रवैया जारी है. पीड़ितों के परिजनों ने सीओ मऊ इश्तियाक अहमद से इस घटना की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है. हालांकि सीओ से जब सम्पर्क किया गया तो उनका कहना था कि हाईकोर्ट के काम से वे बाहर हैं मीडिया के माध्यम से उन्हें भी जानकारी मिली है इस मामले की. पहुंचकर जांच कराएंगे. वहीं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा से भी सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
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