संसदीय क्षेत्र में 18 से 19 साल की उम्र वाले युवा मतदाताओं की संख्या में अभी तक खासी बढोत्तरी हो चुकी है. आंकड़ों पर नज़र डालें तो इस उम्र(18 से 19) वाले मतदाताओं की संख्या लगभग 44 हजार से ज्यादा है. यानी कुल आबादी का लगभग 3 फीसदी मतदाता 18 से 19 साल के बीच का है. इसी प्रकार 20 से 29 साल की उम्र वाले लगभग 16 फीसदी मतदाता हैं. इन युवा मतदाताओं की कुदृष्टि किसी पर भी भारी पड़ सकती है.
संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की स्थिति चित्रकूट-बांदा लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता: 19,96,599 पुरुष मतदाता: 10,89,269 महिला मतदाता: 9,07221 युवा मतदाता: 8,29,149
यानी इस आंकड़े के हिंसाब से भी युवा मतदाता प्रत्याशियों को चुनावी वैतरणी पार कराने में अहम भूमिका निभाएंगे. दो जनपदों(चित्रकूट-बांदा) से मिलकर बना यह संसदीय क्षेत्र हमेशा से अपने जातीय समीकरण के चलते चुनाव में उलटफेर के लिए जाना जाता रहा है. यहां तक कि सन 2014 के लोकसभा चुनाव में जब मोदी लहर कही जा रही थी उस समय भी चित्रकूट-बांदा लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण ही हावी था. 2014 के लोकसभा चुनाव में भैरव प्रसाद मिश्रा को भाजपा से टिकट मिला था और उन्होंने जीत का स्वाद चखा.