बुन्देलखण्ड क्षेत्र (यूपी एमपी) के भाजपा सांसदों विधायकों की हुई इस बैठक में जैविक खेती, अन्ना प्रथा समस्या तथा किसानों की दशा व दिशा को लेकर विस्तार से चर्चा हुई और प्रमुख कार्ययोजनाएं बनाई गईं। आरएसएस के पदाधिकारियों ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से किसानों के बीच पहुंचने का आह्वाहन किया और उन्हें कृषि की बदलती हुई तकनीकियों के बारे अन्नदाताओं को जागरूक करने का फार्मूला बताया।
बुन्देलखण्ड के किसानों को लेकर प्रमुख रूप से आयोजित इस बैठक में बुन्देलखण्ड के उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के 13 जिलों के भाजपा विधायक सहित तीन सांसद भी शामिल हुए। आरएसएस के प्रांत प्रचारक और अन्य पदाधिकारियों द्वारा विधायकों को अन्नदाताओं की विभिन्न समस्याओं पर गौर करते हुए उनके निराकरण के लिए त्वरित प्रयास करने का मंत्र दिया गया।
बुंदेलखण्ड में किसानों के हालातों को लेकर भगवा ब्रिगेड ने अपने नुमाइंदों को चिंतन मंथन का निर्देश दिया है जिसके तहत चित्रकूट स्थित नानाजी देशमुख के प्रकल्प आरोग्यधाम में भाजपा विधायकों की बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में सिर्फ यूपी एमपी के बुन्देलखण्ड क्षेत्र से निर्वाचित विधायकों को बुलाया गया था।
आरएसएस के पदाधिकारियों द्वारा विधायकों को गांव-गांव दस्तक देने का निर्देश दिया गया और किसानों के बीच जैविक खेती के प्रति जागरूकता लाने का आह्वाहन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए आरएसएस के प्रांत प्रचारक(बुन्देलखण्ड प्रांत) संजय ने कहा कि वर्तमान में बुन्देलखण्ड के किसानों के सामने कई भीषण चुनौतियां हैं जिनसे निपटने में हमे उनकी मदद करनी होगी।
आज कृषि तकनीकि में काफी बदलाव हुए हैं जिनसे किसानों को अवगत करवाना होगा, इसके आलावा जैविक खेती को लेकर भी बड़े प्रयास करने होंगे। रासायनिक उर्वरकों के इतर जैविक तरीके से फसल उत्पादन को लेकर किसानों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करना होगा। अन्नदाताओं की विभिन्न समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए उनके कन्धे से कन्धा मिलाकर चलना होगा।
अन्ना प्रथा समस्या पर हुआ गहन मंथन बुंदेलखण्ड की सबसे विकट अन्ना प्रथा समस्या को लेकर भी बैठक में गहन चिंतन मंथन हुआ। इस समस्या के निस्तारण और निराकरण के लिए जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे गए और पदाधिकारियों द्वारा सुझाव दिए भी गए। अन्ना प्रथा समस्या पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएं जो संचालित हो रही हैं जैसे गौशाला पशु आश्रय स्थल आदि के बारे में किसानों और लोगों को बताना तथा उन्हें जागरूक करना इस पर भी बैठक में रणनीति बनाई गई। पदाधिकारियों ने उपस्थित विधायकों सांसदों से कहा कि जो भी सरकारी योजनाएं किसानों विशेषकर बुन्देलखण्ड के किसानों के लिए संचालित की जा रही हैं उन्हें पहुंचाने के लिए गांवों में दस्तक देनी होगी। सभी विधायक अपने अपने क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में विशेष ध्यान देते हुए बराबर किसानों के बीच रहें और उनकी समस्याओं को संज्ञान में लें।किसानों को शून्य लागत से प्राकृतिक खेती के विषय में जागरूक करें।
नानाजी के प्रकल्पों से लें सीख आरएसएस ने बैठक में उपस्थित भाजपा विधायकों से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का फार्मूला सीखने के लिए नानाजी देशमुख के प्रकल्पों से सीख लेने की अपील की। नानाजी द्वारा किसानों व गांवों के विकास हेतु शुरू किए गए विभिन्न विकासपरक कार्यक्रम आज भी संचालित हो रहे हैं जिनसे काफी हद तक उनके द्वारा गोद लिए गए गांवों की हालत सुधर गई। कुछ इसी तरह के कार्यक्रम व प्रयास विधायकों से भी अपने क्षेत्रों में शुरू करने के लिए कहा गया।