खौफ ऐसा कि लोग सहम गए
कर्वी कोतवाली की नाक के नीचे बेख़ौफ़ हमलावरों ने चकबंदी अधिकारी गिरीश चौबे को घसीटते हुए दौड़ा दौड़ाकर पीटा। खौफ के चलते लोग सारा मंजर देखते रहे लेकिन किसी की हिम्मत हमलावरों को रोकने की नहीं हुई। हमला मुख्यालय के सबसे व्यस्ततम सदर रोड पर किया गया। आमतौर पर ये इलाका हमेशा चहल पहल से गुलजार रहता है। हमलावरों के खौफनाक इरादों को देखते हुए उधर से गुजरने वाले राहगीर भी एक साइड पर सनाका खींचते हुए खड़े हो गए। बेरहमी से पिटाई करने के बाद हमलावर पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए।
दूकान से घसीटकर किया गया हमला
जौनपुर जनपद के रहने वाले गिरीश चौबे चित्रकूट में चकबंदी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। रविवार को बोलेरो में सवार होकर आए आधा दर्जन हमलावरों ने उन पर उस समय जानलेवा हमला कर दिया जब वे शहर के सदर रोड स्थित एलआईसी चौराहे पर एक सैलून की दुकान में मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आधा दर्जन के लगभग लोग आये और चकबंदी अधिकारी को दुकान से बाहर घसीटते हुए तमंचे की बट, लात-घूंसों व डंडों से बेरहमी से पीटने लगे। हमले में अधिकारी के सिर में गम्भीर चोटें आई। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर जब तक खाकी की गाड़ी पहुंचती उससे पहले ही हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले।
मुकदमें में फैंसले को लेकर हुआ हमला
मामले को लेकर कर्वी कोतवाली प्रभारी सुभाष चौरसिया ने बताया कि चकबंदी अधिकारी के यहां किन्ही दो पक्षों का मुकदमा चल रहा है, जिसमें एक पक्ष ने अपने फेवर (पक्ष) में फैसला देने का दबाव बनाया, लेकिन अधिकारी ने ऐसा फैसला करने से मना कर दिया और अभिलेख के आधार पर ही फैसला करने को कहा। इसी खुन्नस के चलते दबंगों ने इन पर जानलेवा हमला किया है। घटना के अन्य बिंदुओं की भी जांच की जा रही है। मामले में दो नामजद सहित 4 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। चकबंदी अधिकारी लगभग 1 वर्ष पूर्व ही चित्रकूट में आए थे। बहरहाल उनका इलाज जिला चिकित्सालय कर्वी में चल रहा है।