अवैध शराब का गोरखधंधा अवैध शराब की रोकथाम के तहत चुस्ती दिखा रही पुलिस ने अलग अलग थाना क्षेत्रों में कच्ची शराब के तस्करों को दबोचते हुए उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। लेकिन खाकी और आबकारी विभाग के सामने यक्ष प्रश्न यह कि इस गोरख धंधे के असली आकाओं और जगहों पर कब बड़ी और ठोस कार्रवाई होगी। हालांकि जनपद में अभी तक जहरीली शराब का कोई कांड सामने नहीं आया है परंतु अवैध रूप से कच्ची शराब के धंधे में जिला किसी से पीछे भी नहीं।
दर्जन भर अभियुक्त चढ़े खाकी के हत्थे मऊ बरगढ़ राजापुर भरतकूप थाना क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब की रोकथाम के तहत की गई पुलिसिया कार्रवाई के दौरान दर्जन भर अभियुक्त गिरफ्तार हुए। किसी के पास से 10 तो किसी के पास से 15 तो किसी के पास 5 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद हुई। इन थाना क्षेत्रों में आए दिन पांच से दस लीटर कच्ची शराब पकड़ी जा रही है लेकिन असली ठिकानों तक पहुंचने में आबकारी और पुलिस विभाग संकोच करते हैं न जाने क्यों।
मुख्यालय में ही हो रहा काला कारोबार ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं जनपद मुख्यालय में ही अवैध शराब का कारोबार तरक्की पर है। मुख्यालय के कछारी इलाकों में दिन रात भट्टियां सुलगती रहती हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर छुटभैयों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाता है। आबकारी विभाग में स्टाफ की कमी के चलते भी कार्रवाई प्रभावित हो रही है। बहरहाल आए दिन पकड़ी जा रही अवैध कच्ची शराब इस बात की तस्दीक करती है कि यह अवैध धंधा फल फूल रहा है और इस पर लगाम लगाने के लिए ठोस कार्रवाई की जरूरत है।