खूंखार दस्यु सरगना बबुली कोल की दहशत ने पाठा में खौफ का साम्राज्य कायम कर दिया है। गैंग की तलाश पुलिस आए दिन बीहड़ों जंगलों की खाक छान रही है, लेकिन सफलता के नाम पर नतीजा शून्य है। ग्रामीण इलाकों में गैंग से खौफ दूर करने के लिए पुलिस लगातार चहलकदमी तो कर रही है लेकिन खौफ से आजादी नहीं मिल पा रही ग्रामीणों को। मजदूरों के काम धंधों पर भी इन डकैतों की टेढ़ी नजर है और मारपीट से सहमे मजदूर काम पर लौटने को तैयार नहीं।
गैंग की लोकेशन यूपी एमपी सीमा पर स्थित सती अनुसुइया जंगल में मिलने पर पुलिस सम्बंधित इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन हांथ कुछ नहीं लगा। एसपी प्रताप गोपेंद्र ने बताया कि इन्ही जंगलों में गैंग की लोकेशन मिल रही थी जिसको संज्ञान में लेते हुए कॉम्बिंग की गई। जिन निर्माणस्थलों पर गैंग ने धावा बोलते हुए मजदूरों से मारपीट की है वहां भी बराबर कॉम्बिंग की जा रही है। ठेकेदारों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है। विभिन्न थानों की फ़ोर्स के साथ एसपी व अपर एसपी ने कई टीमें बनाकर सती अनुसुइया कैलहा बहिलपुरवा आदि जंगलों में कॉम्बिंग की।
नहीं शुरू हो पाया निर्माण कार्य बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के जिन निर्माणाधीन कार्य स्थलों पर गैंग ने धावा बोलते हुए मजदूरों से मारपीट की थी वहां अभी भी कार्य शुरू नहीं हो पाया है , हालांकि पुलिस व् पीएसी का पहरा लगाया गया है लेकिन दहशत कम होने में कोई फर्क नहीं पड़ रहा। गैंग की चहलकदमी बराबर इन इलाकों में जारी है।पुलिस की खोखली रणनीति और सटीक मुखबिरी के अभाव में डकैतों की अच्छे भी पहुंच से दूर है। बीहड़ के सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में गैंग अपने मददगारों के यहां पनाह लेते हुए जंगलों में विचरण कर रहा है।