चित्रकूट पुलिस इस समय अपने एक खास मिशन ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा बच्चों बालक बालिकाओं की तलाश कर उन्हें बरामद करते हुए उनके परिजनों को सौंपने के अभियान में लगी है। विगत कई वर्षों से जनपद में लापता हुए बच्चों के बारे में पुलिस की सक्रियता नाकाफी थी और कई पीडि़त परिवारों ने इस मामले को लेकर खाकी पर लापरवाही का भी आरोप लगाया था। बिगड़ती हुई छवि को सुधारने और लापता हुए बालक बालिकाओं को तलाश करने के मिशन के तहत ऑपरेशन मुस्कान शुरू किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम कुछ ही दिनों में दिखने लगे।
बरामद हो चुके दर्जन भर से अधिक गुमशुदा बच्चे ऑपरेशन मुस्कान के तहत थानों में गुमशुदा बच्चों की धूल फांकती फ़ाइलों शिकायतों को संज्ञान में लेते हर थाना क्षेत्रों को तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। निर्देशों को अमल में लाते हुए अभी तक उदासीनता बरत रही पुलिस ने लापता बच्चों की तलाश शुरू की और नतीजतन ऑपरेशन मुस्कान के दस दिनों के अंदर दर्जन भर से अधिक बच्चे बालक बालिकाएं सकुशल अपने परिजनों के हवाले कर दिए गए।
किसी को बहला फुसलाकर भगाया गया तो किसी ने छोड़ दिया घर पुलिस के इस ऑपरेशन के तहत कई ऐसे बालक बालिकाओं को बरामद किया गया जिन्हें बहला फुसलाकर उनके घर से भगा लाया गया था। कई नाबालिग लड़कियों को उनकी जिंदगी बर्बाद होने से पहले सम्बंधित थाना पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद कर लिया। किसी को तो महज 4 घण्टों के अंदर खाकी ने इलाके से ही बरामद करते हुए उनके परिजनों ले सुपुर्द कर दिया उन्हें। मऊ, पहाड़ी, मानिकपुर, राजापुर, कर्वी, मारकुंडी आदि थाना क्षेत्रों में पुलिस ने कई बच्चों की बरामदगी की जो या तो घर से भाग गए थे या जिन्हें भगाया गया था।
जारी रहेगा ऑपरेशन मुस्कान एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि पुलिस गुमशुदा बच्चों के मामलों को लेकर संजीदा है और ऑपरेशन मुस्कान के तहत सक्रियता से बच्चों की तलाश जारी है। अभी तक कई परिवारों को उनकी खुशियां लौटाई गई हैं। यह मिशन आगे भी जारी रहेगा. जिन मामलों में बहला फुसलाकर बच्चों को भगा ले जाने का मामला सामने आया है उनमें दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें जेल भेजा रहा है।