ग्रामीणों के साथ पुलिस का उत्पीड़न
पुलिस के उत्पीड़न से डरे व सहमें त्रस्त ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों को अपनी व्यथा बताते हुए बताया कि सम्बंधित थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मी जब चांहे किसी को भी पीटने लगते हैं तथा फ़र्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी भी देते हैं। कई ग्रामीण पुलिस के इस कुकृत्य का शिकार बन चुके हैं। पुलिस द्वारा बेवजह ग्रामीणों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर पूरे मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी है।
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया अभद्रता का आरोप
जनपद के दस्यु प्रभावित बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में पुलिस उत्पीड़न से सहमें स्थानीय बाशिंदों ने ख़ाकी के उच्चाधिकारियों से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने ख़ाकी पर आरोप लगाया कि ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जाता है और मार पीट तथा झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी जाती है। कई ग्रामीणों को पुलिस पीट चुकी है। बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत रुखमा खुर्द गांव के प्रदर्शनकारी ग्रामीणों में शामिल अंकुल कुमार, पप्पू, मोनू, रामसरन, रज्जु पाण्डेय, रज्जु लाला, रामबाबू, गुलाब, मूलचंद्र, व मंटू देवी सहित बड़ी संख्या में शामिल महिलाओं ने पुलिस पर अभद्रता करने के साथ-साथ मारपीट व बिना किसी कारण के परेशान करने का आरोप लगाते हुए एसपी से शिकायत की। ग्रामीणों का आरोप था कि बहिलपुरवा थानाध्यक्ष और उनके हमराहीयों ने बेवजह उनको पीटा है। पीड़ित ग्रामीणों ने प्रभारी एसपी बलवन्त चौधरी को पूरी व्यथा बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
पुलिस कर्मियों की होगी जांच
ग्रामीणों की शिकायत पर मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रभारी एसपी बलवन्त चौधरी ने बहिलपुरवा थानाध्यक्ष सुजीत कुमार को लाइन हाजिर कर मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी है। प्रभारी एसपी ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया है। बांकी पुलिस कर्मियों पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी तरफ एक अन्य मामले में सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी के मुताबिक पहाड़ी थाने के सिपाही विजय कुमार के खिलाफ अवैध बालू खनन में आरोपियों का सहयोग करने की शिकायत मिलने पर उसे लाइन हाजिर कर मामले की जांच कराइ जा रही है।