बीहड़ में खौफ का साम्राज्य कायम कर चुके दस्यु बबुली कोल और नवल धोबी की तलाश में पुलिस ने पूरे पाठा क्षेत्र में कॉम्बिंग करते हुए डकैतों के संभावित स्थानों को चिन्हित किया। हालांकि गैंग का मुखबिर तंत्र ज्यादा मजबूत निकला और खाकी के दस्तक देने की सूचना पर दस्यु गिरोह बीहड़ों में विलीन हो गया। उधर, भरतकूप थाना क्षेत्र के रसिन बांध के पास स्थित जिस मत्स्य पालन तालाब के कार्यस्थल पर दस्यु नवल धोबी ने धावा बोलते हुए 5 लाख रुपये रंगदारी पहुंचाने की धमकी दी थी, वहां पुलिस पीएसी की निगरानी में कार्य पुन: शुरू हो गया है। मजदूर काम पर तो लौट आए हैं परंतु खौफ का दीमक उनके मन मस्तिष्क में बैठा हुआ है।
बबुली और नवल की तलाश में सर्च ऑपरेशन दस्यु बबुली और नवल की तलाश में पुलिस ने मानिकपुर से लेकर मारकुंडी और बहिलपुरवा से लेकर भरतकूप थाना क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दस्यु गिरोह के पाठा के जंगलों में विचरण करने की सूचना पर कई टीमों ने अलग-अलग दिशा से जंगलों में घेरेबंदी की लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। एसपी प्रताप गोपेंद्र, अपर एसपी बलवंत चौधरी और सीओ दस्यु उन्मूलन विनीत सिंह के नेतृत्व में खाकी की टीमों ने मारकुंडी तथा बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के डोडामाफी राजा का तालाब, मड़वरिया दाई का जंगल, डोडासोसाईटी कोलान आदि प्रमुख इलाकों में कॉम्बिंग की तो वहीं अन्य टीमों ने भरतकूप थाना क्षेत्र के कोल्हुआ, मडफ़ा जैसे बीहड़ों में नवल धोबी की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया।
संगीनों के साए में शुरू हुआ काम तीन दिन पहले दस्यु नवल धोबी द्वारा जनपद के भरतकूप थाना क्षेत्र स्थित रसिन बांध के पास हुए एक मत्स्य पालन के ठेके पर धावा बोलते और ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए ठेकेदार से 5 लाख की रंगदारी पहुंचाने की घटना के बाद खौफजदा मजदूरों ने काम पर लौटने से मना कर दिया था। घटना की सूचना के बाद सम्बंधित स्थल पर पुलिस, पीएसी की तैनाती की गई और ठेकेदार तथा मजदूरों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया, तब जाकर किसी तरह डरे सहमे मजदूर काम पर लौटने को तैयाए हुए और हाल फि़लहाल उक्त स्थल पर काम शुरू है।
सीमावर्ती इलाके में दहशत की इबारत लिख रहा नवल धोबी उधर, एक ताजे घटनाक्रम में नवल धोबी द्वारा सीमावर्ती गांवों में कुछ किसानों को पीटने का मामला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक दस्यु गैंग ने नया गांव थाना क्षेत्र से गुजरते समय खेत में काम कर रहे आधा दर्जन किसानों को डराया धमकाया और कुछ को मारा पीटा भी। गैंग ने इलाके में अपने मुखबिरों को भी सक्रिय किया है। फि़लहाल एमपी पुलिस शायद इस दस्यु सरगना पर इनाम बढऩे का इंतजार कर रही है तभी बीहड़ों में उसकी सक्रियता धीमी पड़ गई है। बहरहाल नवल ने पूरे सीमावर्ती इलाके को अपनी दहशत से परिचित करवा दिया है इसमें कोई संशय नहीं।