गौरतलब है कि चित्रकूट विधानसभा की सीट निर्वतमान कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन से रिक्त हुई है और आगामी 9 नवम्बर को इस विधानसभा में उपचुनाव होना है। यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है और उसका पलड़ा भारी रहा है इस क्षेत्र में। स्वर्गीय प्रेम सिंह तीन बार कांग्रेस से विधायक रहे।
देश में इस समय
गुजरात चुनाव की गुर्राहट और हिमाचल चुनाव की हलचल चर्चा का विषय बनी हुई है। यूपी निकाय चुनाव की चर्चा भी राजनैतिक रुचिकरों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गई है। आखिर देश के सबसे बड़े प्रदेश में जो चुनाव हो रहा है। इन सबके बीच देश की हृदयस्थली व् यूपी के पडोसी राज्य मध्य प्रदेश के सियासी गलियारे भी राजनैतिक आहट से गुलजार हैं। दरअसल मध्य प्रदेश की चित्रकूट विधानसभा में 9 नवम्बर को उपचुनाव होना है और इस चुनावी रण में विजय की पताका लहराने के लिए कांग्रेस व् बीजेपी में कांटे की टक्कर है। कांग्रेस अपनी इस सिटिंग सीट पर जहां ज्यादा टेंशन का मेशन नहीं कर रही, वहीँ प्रदेश में सत्तासीन बीजेपी को हाईटेंशन है इस सीट को लेकर। दिल्ली से लेकर प्रदेश तक का हाईकमान इस उपचुनाव में भगवा परचम लहराने के लिए रणनीति बनाने में जुटा है।
सीट जीतने की बेताबी और साख कायम रखने की चुनौती के तहत खुद सरकार ने 3 दिनों के चित्रकूट प्रवास का निर्णय लिया है। 12 जनसभाओं को संबोधित कर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज जनता को रिझाने का प्रयास करेंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस अपने छोटे बड़े मझोले नेताओं को जनसभा में उतारते हुए यह संदेश देने का प्रयास कर रही है कि उसे ज्यादा फ़िक्र नहीं है इस सीट को लेकर।
सरकार ने डाला डेरा चित्रकूट विधानसभा (मध्य प्रदेश) उपचुनाव को नाक का सवाल मान चुकी भगवा ब्रिगेड काफी संजीदा हो गई है जीत हांसिल करने को लेकर। सियासी समीकरण से चिंता में आई बीजेपी के कद्दावर व् केंद्रीय तथा बड़े नेता चित्रकूट में कई जनसभाएं निपटा चुके हैं। अब बारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की है. एमपी सीएम के तीन दिनों के चित्रकूट प्रवास व् 12 बड़ी जनसभाओं का ख़ाका तैयार किया गया है। इससे पहले भी सीएम शिवराज दो जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। विधानसभा क्षेत्र में प्रवास के दौरान सीएम 21 गांवों में संपर्क कार्यक्रम जनसभा रोड शो व् रथ यात्रा करेंगे। दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में सीएम लोगों के बीच जाएंगे, इन गांवों में से दो में रात्रि विश्राम का भी प्लान तैयार किया गया है।
ये है स्थिति उपचुनाव में जीत का स्वाद चखने के लिए पूरी मध्य प्रदेश बीजेपी व् दिल्ली हाईकमान चौकन्ना है। अंदरखाने के सूत्रों के मुताबिक चित्रकूट विधानसभा में पार्टी व् सरकार के प्रति फीडबैक असंतोषजनक है। कुछ समय पहले साधू-संतो की नाराज़गी व् आंदोलन के चलते सीएम शिवराज को खुद उन्हें मनाने के लिए आना पड़ा था। संतो ने बीजेपी सरकार पर वादा खिलाफी व् विकास न करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन किया था। दूसरी तरफ टिकट बंटवारे से भी क्षेत्र के तीन कद्दावर नेता पार्टी से ख़फ़ा बताए जाते हैं। तीसरा पहलू है कांग्रेस के तिलिस्म को तोडना। इन सबके बीच बीजेपी ने चुनावी रणनीति का ख़ाका तैयार किया है।
ये है रणनीति रविवार 5 नवम्बर से लेकर 7 नवम्बर यानी तीन दिन तक एमपी सीएम चित्रकूट में डेरा डाल दिया है। अगले तीन दिनों के अंदर 12 बड़ी जनसभाओं के साथ ही 8 रोड शो भी आयोजित किए गए हैं। दस्यु प्रभावित दो गांवों तुर्रा व् सरभंगा में रात्रि विश्राम भी सीएम करेंगे। 21 गांवों में जनसम्पर्क का अभियान भी चलाया जाएगा। इस बीच रविवार को अलग- अलग स्थानों पर जनसभा को संबोधित करते हुए एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चित्रकूट का विकास भाजपा ही कर सकती है। भाजपा जाति धर्म व् राजनीति से परे हटकर विकास पर
ध्यान देती है। कांग्रेस पर हमलावर एमपी सीएम ने कहा कि कॉंग्रेस जाति धर्म व् फर्जी आरोपों की राजनीति करती है। सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए सीएम शिवराज जनता की नब्ज टटोलते गए। डकैतों के सफ़ाए का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि उन्होंने दस्युओं के खात्में के लिए पुलिस को फ्री हैण्ड कर दिया और परिणाम यह कि आज खूंखार डकैतों का सफ़ाया हो गया। सीएम ने कहा कि चित्रकूट की जनता इस बार कांग्रेस को सबक सिखाए और क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त करे।