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बच्चों के ट्यूशन टीचर पर रखें कड़ी निगाह कहीं कोई साजिश तो नहीं हो रही

locationचित्रकूटPublished: May 08, 2019 01:18:08 pm

ट्यूशन टीचर द्वारा अविश्वास व खूनी खेल की दिल दहला देने वाली कुछ ऐसी ही घटना घटित हुई चित्रकूट में जिसने दो राज्यों(यूपी एमपी) सहित पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
 

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बच्चों के ट्यूशन टीचर पर रखें कड़ी निगाह कहीं कोई साजिश तो नहीं हो रही

चित्रकूट: आम तौर पर बच्चों को ट्यूशन टीचर के हवाले कर अभिभावक बेफिक्र हो जाते हैं और आंख मूंदकर विश्वास करने लगते हैं। यही विश्वास कितना घातक साबित हो सकता है इसका अंदाजा भी अभिभावक नहीं लगा सकते। ट्यूशन टीचर द्वारा अविश्वास व खूनी खेल की दिल दहला देने वाली कुछ ऐसी ही घटना घटित हुई चित्रकूट में जिसने दो राज्यों(यूपी एमपी) सहित पूरे देश को हिलाकर रख दिया।

सतना(मध्य प्रदेश) जेल में हुई घटना

चित्रकूट(यूपी) निवासी तेल के बड़े कारोबारी बृजेश रावत के जुड़वा बच्चों श्रेयांश व प्रियांश का अपहरण कर उनकी बेरहमी से हत्या करने वाले हत्यारोपी रामकेश यादव के सतना जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या की खबर से सनसनी फ़ैल गई है. जेल प्रशासन सहित पूरे पुलिस महकमे में सनाका खिंच गया है. मृतक रामकेश यादव जुड़वा बच्चों की हत्या के 6 आरोपियों में से एक था और पूरी वारदात का मास्टर माइंड बताया जा रहा था. सभी 6 आरोपी मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी कर लिए गए थे. हत्यारोपी मृतक रामकेश यादव जुड़वा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम करता था और अपहरण व उनकी हत्या की पूरी स्क्रिप्ट लिखने में उसका अहम रोल सामने आया था.
ये थी पूरी घटना

गौरतलब है कि इसी वर्ष(2019) 12 फरवरी को चित्रकूट(यूपी) के सीतापुर चौकी क्षेत्र निवासी आयुर्वेदिक तेल कारोबारी बृजेश रावत के 6 वर्षीय जुड़वा बेटों श्रेयांश व प्रियांश का उस समय तमंचे की नोक पर अपहरण कर लिया गया था जब दोनों भाई स्कूल से छुट्टी होने के बाद स्कूल बस से घर लौट रहे थे. अपहर्ताओं ने स्कूल परिसर के अंदर ही बस रुकवाकर बच्चों का अपहरण किया था. दोनों भाई सद्गुरु पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे.
कर दी गई हत्या

अपहरण(12 फ़रवरी) के बाद दोनों बच्चों की लाश 23 फ़रवरी को चित्रकूट के पड़ोसी जनपद बांदा में यमुना किनारे पाई गई थी. हत्यारों ने बड़ी बेरहमी से मासूमों की गला घोंटकर हत्या की थी और लाश को लोहे की जंजीरों से बांधकर यमुना में फेंक दिया था. चूंकि पूरी घटना चित्रकूट(यूपी) के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के सतना जनपद के नया गांव थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई थी इसलिए मध्य प्रदेश पुलिस की काफी किरकिरी भी हुई इस वारदात को लेकर. बच्चों की लाश मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा था मध्य प्रदेश पुलिस व प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए.

फिरौती लेने के बाद भी की गई मासूमों की हत्या


इस पूरी जघन्य वारदात में शामिल 6 आरोपियों पदम् शुक्ला, रोहित द्विवेदी, लकी तोमर, रामकेश यादव, पिंटू, व विक्रमजीत को मध्य प्रदेश पुलिस ने जब गिरफ्तार किया तो रोंगटे खड़े करने वाले खुलासे हुए जिसके मुताबिक आरोपियों ने अपह्रत बच्चों के पिता बृजेश रावत से 20 लाख की फिरौती ले ली थी और बच्चों को छोड़ने की बात भी कही थी लेकिन एन वक्त पर पहचान खुलने के डर से सभी अपहर्ताओं ने बच्चों को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया.
घटना की न्यायिक जांच

हत्यारोपी के फांसी लगाने की सनसनीखेज घटना पर पुलिस अधीक्षक सतना रियाज़ इक़बाल ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का ही लग रहा है लेकिन पूरी घटना की ज्यूडिशियल इंक्वायरी होगी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मृतक हत्यारोपी गिरफ्तार सभी 6 अभियुक्तों में से एक था और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था.
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