यह था पूरा मामला दरअसल पूरा मामला किसी फ़िल्मी स्टोरी से कम नहीं. कहानी कुछ यूं है कि जनपद के मऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत देउरा गांव में 22 जुलाई 2018 को एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख़्त करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली. हालांकि पुलिस यह कयास लगा रही थी कि इलाका चूंकि डकैतों की चहलकदमी वाला है इसलिए हो सकता है कि डकैतों ने ही वारदात को अंजाम दिया हो और मृतक किसी दस्यु गैंग का कोई सदस्य हो. इसके इतर मृतक युवक के हांथ में अनिल नाम लिखा हुआ था और बजरंगबलि का चित्र भी गुदा हुआ था.
अगले 24 घण्टों के दौरान हो गई शिनाख़्त घटना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया. इधर पुलिस ने इलाके के इनामिया डकैत छोटू कोल निवासी चमरौंहा थाना मानिकपुर के परिजनों को शव की शिनाख़्त के लिए बुलाया इस अंदेशे के चलते कि हो सकता है कि शव उसी डकैत का हो लेकिन इस बात का इतना ठोस अंदेशा पुलिस को कैसे और क्यों हुआ ये तो पुलिस ही जाने. बहरहाल 23 जुलाई को पोस्टमार्टम हॉउस आए डकैत छोटू कोल के परिजनों ने शव की शिनाख़्त करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि शव छोटू कोल का नहीं है. इसके बाद अगले दिन 24 जुलाई को पुलिस एक प्रेस नोट जारी कर सूचना देती है कि मृतक युवक की पहचान 50 हजार के इनामिया डकैत छोटू कोल निवासी चमरौंहा गांव थाना मानिकपुर के रूप में उसके परिजनों ने की. ये वही परिजन थे जिन्होंने एक दिन पहले 23 जुलाई को लाश की शिनाख़्त करने से मना कर दिया था. हालांकि जब परिजनों ने लाश की पहचान करने से 23 जुलाई को मना किया तो पुलिस ने परिजनों व शव का डीएनए टेस्ट कराने की बात कही लेकिन अगले ही दिन 24 जुलाई को उन्ही परिजनों ने लाश की पहचान कर ली जो सोचनीय है. इस बारे में जब पुलिस से किसी दबाव में आकर लाश की पहचान करने की बात पूछी गई तो खाकी ने इस बात से इंकार कर दिया.
अब हुआ सनसनीखेज खुलासा तो सूंघ गया सांप
इधर बीते 7 नवम्बर को पड़ोसी जनपद बांदा में पुलिस ने विनय शुक्ला उर्फ़ विधायक नाम के बदमाश को मय कट्टा व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया और जब उससे पूछताछ की गई तो जो कुछ भी निकलकर सामने आया पूछताछ के दौरान वो काफी चौंकाने वाला था. पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया अभियुक्त विधायक चित्रकूट के मऊ थाना क्षेत्र के देउरा गांव का रहने वाला है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि 22 जुलाई 2018 को उसने अनिल उर्फ़ सुल्तान निवासी हरियाणा की गोली मारकर हत्या कर दी थी देउरा गांव के पास. मृतक अनिल इलाके के बरेठी गांव निवासी जमुना नाम के व्यक्ति के यहां रहता था जिससे उसकी(विधायक शुक्ला) पुरानी रंजिश थी. पुलिस के मुताबिक अभियुक्त के पिता दयाशंकर शुक्ला को 80 के दशक में कुख्यात डकैत ददुवा ने मार दिया था और जमुना नाम का व्यक्ति ददुवा का सम्पर्की था. तभी से दोनों परिवारों के(विधायक व जमुना) बीच रंजिश शुरू हो गई और अभी तक चलती आ रही है. अभियुक्त ने युवक अनिल की हत्या क्यों की इसका पता लगाया जा रहा है. वहीँ सूत्रों के मुताबिक अभियुक्त विधायक शुक्ला पुलिस के लिए मुखबिरी भी करता था और खाकी की नजरों में हीरो व विश्वासपात्र बनने के लिए उसने अपने दुश्मन के साथ रहने वाले एक बेगाने युवक की हत्या कर दी और पुलिस को उसकी पहचान एक डकैत के रूप में बताई.
मचा हड़कम्प होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले को लेकर अचानक पूरे पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है. मामले के बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस अधीक्षक चित्रकूट बलवंत चौधरी ने कहा कि डकैत छोटू कोल के परिजनों ने ही युवक की लाश की पहचान(डकैत छोटू कोल के रूप में) की थी लेकिन अब गलत शिनाख्त करने के आरोप में उनपर कार्रवाई की जाएगी साथ ही शव का डीएनए परीक्षण के लिए भेजा गया है. अपर एसपी के मुताबिक युवक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार अभियुक्त विधायक शुक्ला के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज होगा