लक्ष्मण पहाड़ी पर रोप वे की सौगात पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट के भगवान कामतानाथ परिक्रमा मार्ग पर स्थित लक्ष्मण पहाड़ी प्रस्तावित रोप वे बनकर पूरी तरह तैयार हो गया है. अब इन्तजार है तो बस शासन की अनुमति और उद्घाटन का जिसके बाद तीर्थ यात्री और पर्यटक इसका उपयोग कर सकेंगे. करीब 14 से 15 करोड़ रूपये की लागत से इस रोप वे का निर्माण पीपीपी मॉडल से किया गया है. इसकी आधारशिला सपा शासनकाल(2012-13) में रखी गई थी लेकिन कुछ विभागीय अड़चनों के कारण निर्माण कार्य डेढ़ दो वर्ष बाद शुरू हो सका जो अब जाकर पूरी तरह फाइनल हुआ है.
6 ट्रालियों से होगा आवागमन रोप वे पर यात्रियों के आवागमन के लिए 6 ट्रालियां लगाई गई हैं. 3 ट्राली से यात्री नीचे से ऊपर(लक्ष्मण पहाड़ी तक) जबकि 3 ट्राली से ऊपर से नीचे आ जा सकेंगे. एक ट्राली में अधिकतम 6 लोग ही बैठ सकेंगे इस हिंसाब से एक बार में 18 लोग ही नीचे से लक्ष्मण पहाड़ी तक पहुंच पाएंगे. अभी तक लगभग चार सौ सीढ़ियों के माध्यम से तीर्थ यात्री व पर्यटक पहाड़ी तक पहुंचते थे जिसमें काफी समय लगता था खासकर बुजुर्ग यात्रियों को खासी दिक्कत होती थी. अब रोप वे के माध्यम से सिर्फ 2 मिनट में पहाड़ी तक पहुंचा जा सकेगा. रोप वे की ऊंचाई 264 मीटर है.
इतना होगा किराया
रोप वे का निर्माण करने वाली कम्पनी चित्रकूट रोप वे प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अलोक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि रोप वे से आवागमन का किराया शासन द्वारा निर्धारित किया गया है जिसके तहत एक यात्री का किराया 75 रूपये होगा. पांच वर्ष से छोटे बच्चों का 40 रूपये लगेगा जबकि सिर्फ एक तरफ से(चाहे ऊपर से नीचे या नीचे से ऊपर) सफर करने पर एक यात्री का किराया 40 रूपये होगा.
मुख्यमंत्री की ओर से हरी झंडी का इंतजार
इस पूरे विषय पर जानकारी देते हुए क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी चित्रकूट डॉ. कल्याण सिंह ने बताया कि रोप वे बनकर पूरी तरह तैयार है. मुख्यमंत्री जब चाहें उद्घाटन कर सकते हैं हमने शासन को इसका प्रस्ताव भी बनाकर भेज दिया है अब जब अनुमति मिल जाएगी उद्घाटन हो जाएगा तब से रोप वे को लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा. उम्मीद है कि शासन की तरफ से जल्द ही उद्घाटन को लेकर आदेश आ जाएगा.