कुदरत का कहर तेज अंधड़ और बारिश और आसमानी जलजले ने तपोस्थली चित्रकूट में काल का रूप धारण कर लिया और तीन इंसानी जिंदगियां मौत की आगोश में समा गईं। आसमानी गाज की चपेट में दर्जन भर बेजुबान भी आ गए जिनमें 8 बकरियां और 4 भैसों के मरने की सूचना है। जून के शुरूआती दौर में ही इस तरह के कुदरती कहर ने लोगों को सशंकित कर दिया है। एक तरफ भीषण गर्मी और दूसरी तरफ अचानक इस तरह से मौसम के बदलाव ने मौसम विज्ञानियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से युवती सहित तीन की मौत आसमान से गाज गिरने की घटना जनपद के अलग अलग थाना क्षेत्रों में हुई। जनपद के बरगढ़ थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने उसकी चपेट में आने से अजीत (14) और सतीश (11) नाम के बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक उक्त दोनों बच्चे घर से कुछ दूर स्थित खेत के पास गए थे कि तभी आसमान से उतरी मौत ने उन्हें अपनी आगोश में ले लिया, इसके आलावा कर्वी कोतवाली क्षेत्र के ब्यूर गांव में विनीता (26) नाम की युवती की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हो गई। विनीता मौसम खराब होने पर घर से कुछ दूर बंधे मवेशियों को लेने गई थी कि उसी समय गाज गिरने से वो मौत के मुंह में समा गई।
तीन बच्चे भी झुलसे आसमानी आफत के कहर से तीन बच्चे भी झुलस गए हैं। जनपद में बरगढ़ थाना क्षेत्र में ही आकाशीय बिजली की चपेट में आकर ललित (11) मोनू (10) और अजय (10) नाम के बच्चे बुरी तरह झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बेजुबान भी चपेट में आए आकाशीय बिजली की चपेट में बेजुबान भी आकर मौत के मुंह में समा गए। जनपद के भरतकूप थाना क्षेत्र के खमरिया गांव में बिजली गिरने और उसकी चपेट में आने से आठ बकरियां व् चार भैंस मौत की आगोश में चली गईं।
कई जगह गिरे भारी भरकम पेड़ मऊ और मानिकपुर थाना क्षेत्रों में तूफान कुछ ज्यादा ही तेज होने की वजह से इन इलाकों में कई जगहों पर भारी भरकम पेंड धराशाई हो गए हैं। आवागमन में बाधा तो उत्पन्न हो ही रही है साथ ही पेंड़ और बिजली के पोल गिरने से ग्रामीण इलाकों में विद्युत व्यवस्था भी चरमरा गई है।