मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत रोडमैप तैयार पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में इस समय विधानसभा चुनाव की सरगर्मी सिर चढ़कर बोल रही है. राजनीतिक पार्टियां जहां चुनावी मैदान में एक दूसरे को पटखनी देने की रणनीतियां बनाने में जुटी हैं वहीं खाकी की भी टेंशन बढ़ गई है. चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी व् अशांति फ़ैलाने वाले अराजक तत्वों अपराधियों पर पुलिस ने नजरें टेढ़ी कर ली हैं. पड़ोसी राज्य(मध्य प्रदेश) के दो बड़े जनपदों(रीवा व् सतना) से चित्रकूट यूपी की सीमा लगती है और चित्रकूट खुद दो हिस्सों(यूपी व् एमपी) में बंटा है, ऐसे में चुनावी सीजन के दौरान दस्यु गैंगों, अपराधियों और अराजक तत्वों पर लगाम कसने के लिए दोनों राज्यों के सीमावर्ती जनपदों की पुलिस ने रोडमैप तैयार कर लिया है. रीवा व् सतना के कई इलाके चित्रकूट की सीमा से सटे हुए हैं और बीहड़ में स्थित हैं जिससे खाकी के लिए इन इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की चुनौती उत्पन्न होना लाज़िमी है.
टॉप और वांटेड क्रिमिनल्स की सूची सौंपी गई चित्रकूट यूपी के पड़ोसी जनपद सतना(मध्य प्रदेश) के एसपी संतोष सिंह गौर ने बताया कि टॉप और वांटेड अपराधियों की सूची यूपी पुलिस को सौंपी गई है और उधर से भी सहयोग किया जा रहा है. चुनाव को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में खास चौकसी बरतने हेतु चित्रकूट पुलिस के साथ मीटिंग भी जाएगी. दो दर्जन से अधिक अपराधियों की सूची चित्रकूट पुलिस को सौंपी गई है. थाना स्तर पर सहयोग का बराबर आदान प्रदान किया जा रहा है. दस्यु गैंगों खास तौर पर साढ़े पांच लाख के इनामी बबुली कोल पर खास निगाह रखी जाएगी और मौका मिलने पर गैंग का सफाया भी कर दिया जाएगा. वहीं चित्रकूट एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि दोनों जनपदों(चित्रकूट व् सतना) की पुलिस के बीच टॉप क्रिमिनल्स की सूचियों का आदान प्रदान हुआ है और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा को लेकर(चुनाव के तहत) रीवा में बॉर्डर मीटिंग भी हो चुकी है. एमपी पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया जाएगा.