ट्रेनों में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग में इस समय लूलू पटेल का गैंग सुरक्षा एजेंसियों की हिटलिस्ट में है. इलाहाबाद मानिकपुर सतना व् सतना कटनी जबलपुर रेलखण्ड पर कई ट्रेन डकैतियों में इसी गैंग का हांथ अब तक सामने आया है पुलिस सूत्रों के मुताबिक. अभी हाल ही में 2-3 सितम्बर(2018) की देर रात पनहाई स्टेशन के पास गंगा कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन लूट कांड की वारदात को भी लूलू पटेल के गैंग ने अंजाम दिया था. घटना के 10 दिन बाद जब जीआरपी आरपीएफ व् पुलिस की सयुंक्त टीमों ने वारदात का खुलासा किया तो आधा दर्जन लुटेरे इस गैंग के मय असलहों व् लूटे गए माल के साथ गिरफ्तार किए गए. जबकि गैंग सरगना लूलू पटेल अपने अन्य साथियों के साथ फरार चल रहा है.
ददुआ गैंग के कुख्यात राजू कोल का शागिर्द रहा है”लूलू पटेल” सरगना लूलू पटेल खूंखार ददुआ गैंग के कुख्यात डकैत राजू कोल का शागिर्द रहा है. राजू कोल ने सन 2007 में पनहाई व् डभौरा(इलाहाबाद मानिकपुर रेलखण्ड) स्टेशन के बीच मुंबई जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन में चेन पुलिंग करवाते हुए डकैती डाली थी. वारदात में वातानुकूलित(एसी) बोगियों को निशाना बनाया गया था. इस कांड में उस समय एक एक विदेशी युवती(रेल यात्री) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी डकैतों द्वारा जब उसने विरोध करने का प्रयास किया. इस पूरी वारदात में लूलू पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई थी. घटना के बाद पुलिस ने लूलू को गिरफ्तार भी किया लेकिन उस समय उसके नाबालिग होने की वजह से वह जल्द सलाखों से बाहर आ गया. सन 2010 में राजू कोल के गैंगवार में मारे जाने के बाद उसके शागिर्द लूलू पटेल ने अपना अलग गैंग बना लिया और ट्रेनों में लूट की वारदात को अंजाम देने लगा. लूलू गैंग की सेटिंग सिस्टम के अंदर तक भी है. इस राज का खुलासा तब हुआ जब अभी हाल ही में गंगा कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन लूट कांड में रेल कर्मचारी की संलिप्तता उजागर हुई. प्वाइंट्स मैन के पद पर कार्यरत रेल कर्मचारी फरार चल रहा है और पुलिस उसकी तलाश में है. लूलू पटेल पर जीआरपी मानिकपुर में दर्जन भर से अधिक मुकदमें दर्ज हैं.