जनपद के कर्वी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कोल गदहिया गांव के पास उस समय दो छात्राओं विभा और शांति की मौत हो गई जब वे अपने विद्यालय से ट्रैक्टर से अपने घर वापस लौट रहीं थी। दुर्घटना में ट्रैक्टर में सवार 5 अन्य लोग घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोल गदहिया की कक्षा 7 की छात्राएं(विभा व शांति) व अन्य लोग ट्रैक्टर से घर वापस जा रहे थे कि गांव के पास मोड़ पर ट्रैक्टर को मोड़ने के दौरान वह अनियंत्रित होकर पलट गया। दुर्घटना में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार दोनों छात्राएं मौके पर ही ट्रॉली के नीचे दबकर मौत के मुंह में समा गईं जबकि 5 अन्य लोग घायल हो गए।
घटना के बाद आस पास खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों व राहगीरों ने दौड़कर किसी तरह ट्रैक्टर ट्रॉली के नीचे दबी छात्राओं को निकाला लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंचे परिजनों में बेटियों का शव देखकर कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर पहुंचे जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर व एसपी मनोज कुमार झा ने मृतकों के परिजनों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया और घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया। उधर दोनों छात्राओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
वाहन चालकों द्वारा तेज रफ़्तार व् ओवरटेक करने की होड़ जानलेवा साबित हो रही है। इस दुर्घटना में भी ट्रैक्टर का तेज गति में होना घटना की वजह के रूप में सामने आ रहा है। यदि गति नियंत्रित होती तो शायद दर्दनाक हादसे से बचा जा सकता था। कुछ ऐसा ही हुआ था सोमवार को बरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत मिर्जापुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भयंकर सड़क हादसे में। इस हादसे में 8 छात्राओं की मौके पर ही मौत हो गई थी. दुर्घटना टेम्पो व विपरीत दिशा से आ रहे डम्फर की टक्कर के कारण हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डम्फर चालक शराब के नशे में था और अत्यधिक तेज रफ़्तार में था तो वहीं टेम्पो चालक भी ओवरटेक करता दिखाई दिया और अचानक दोनों वाहनों की आमने सामने जोरदार टक्कर हो गई। बहरहाल लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं ने जनपद की सड़कों को खूनी सड़कों की संज्ञा जरूर दे दी है।