फिर एक बार ईवीएम में कैद होगी पार्टियों की किस्मत
सन 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव के बाद फिर एक बार मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता राजनीतिक दलों की किस्मत ईवीएम में कैद करेगी। भले ही यह विधानसभा का उपचुनाव हो लेकिन सभी प्रमुख दलों ने इसमें अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सपा बसपा भाजपा व कांग्रेस की नाक का सवाल बन गया है उपचुनाव। हालांकि अभी तक भाजपा व सपा में ही टक्कर दिखाई पड़ी है प्रचार प्रसार व चुनावी माहौल को लेकर। कांग्रेस ने भी चक्रव्यूह तैयार किया है तो बसपा ने सेंधमारी की कोशिश की है।
लगभग 3 लाख से अधिक मतदाता चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे कुल 9 प्रत्याशियों के भाग्य के निर्धारणकर्ता बनेंगे। इस सीट पर पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,83,889 जबकि महिला वोटरों की संख्या1,54,220 है. 305 मतदान केंद्रों पर 305 ईवीएम व 1800 कर्मचारियों के माध्यम से उपचुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न कराई जाएगी। 305 मतदान केंद्रों पर कुल बूथों की संख्या 410 है व 305 ईवीएम के साथ 533 विविपैट कि व्यवस्था भी की गई है। 66 माइक्रो आब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
सीमा पर कड़ी चौकसी
चुनाव को लेकर जनपद से लगने वाली मध्य प्रदेश की सीमा पर कड़ी चौकसी का इंतजाम किया गया है। सीमाई इलाकों से सटे गांवों तथा जनपदीय सीमा से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग की जा रही है। मध्य प्रदेश पुलिस भी अपने सीमाई इलाके में गश्त कर रही है।
मानिकपुर विधानसभा सीट जिसे पाठा के नाम से भी जाना जाता है पहली बार खूंखार डकैतों के साए से मुक्त होकर चुनाव में गवाह बन रहा है। घने जंगलों बीहड़ों से घिरे इस इलाके में पिछले कई दशकों से ददुआ ठोकिया रागिया बलखड़िया व ललित पटेल बबुली कोल व लवलेश कोल जैसे कुख्यात दस्यु सरगनाओं का खौफनाक साम्राज्य कायम रहा जो किसी भी चुनाव के समय काली छाया के रूप में मतदाताओं के ऊपर मंडराता था। अब इन सभी के खात्मे के बाद इलाके में हाल फिलहाल कोई बड़ा डकैत नहीं बचा।
ये प्रत्याशी हैं मैदान में
उपचुनाव में भाजपा ने आंनद शुक्ला सपा ने डॉ निर्भय सिंह पटेल तो बसपा ने राजनारायण कोल जबकि कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी रंजना पांडेय को मैदान में उतारा है। इसके अलावा भाकपा से जगदीश पटेल अन्नादाता पार्टी से शांति देवी अपना दल(राष्ट्रीय) से सुरेंद्र कुमार राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से भूपेंद्र धनगर व पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिव से शिवभूषण पटेल किस्मत आजमा रहे हैं।