मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में जगह-जगह जुएं की फडें संचालित की जा रही है। रोजाना लाखों के वारे-न्यारे हो रहे है लेकिन पुलिस कानों में तेल डाले बैठी है। इलाकाई लोगों में जब छीछालेदर होने लगती है तब खाकी की नींद टूटती है। ऐसी ही एक कार्यवाही में कर्वी कोतवाली पुलिस ने महज कुछ दूर स्थित स्टेशन रोड के एक मकान में संचालित हो रहे जुएं की फड़ पर छापा मारा और मौके से 10 अभियुक्तों को धर दबोचा।
पुलिस ने मारा छापा
सीओ सदर विजेन्द्र द्विवेदी व सदर कोतवाल सुभाषचंद्र चौरसिया ने शहर के रेलवे स्टेशन स्थित एक मकान में छापा मारा तो वहां पर जुएं की लम्बी फड़ सजती हुई मिली। मौके से फड़ पर किस्मत आजमाते 10 जुआरियों को पुलिस ने मय माल गिरफ्तार कर लिया। ताश की गड्डियों पर दांव लगाते गैर क़ानूनी खेल के सौदागर खाकी को देखते ही भागने का प्रयास करने लगे लेकिन यहां पर उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया और सभी गिरफ्तार कर लिए गए। इनके कब्जे से पुलिस ने मालफड़ 17600 रूपए व जामातलाशी में 2250 रूपए(कुल 19 हजार) ताश की एक गड्डी बरामद हुई इसके अलावा जुआंरियों की तीन बाइकें भी पुलिस ने पकड़ी है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा दिया।
इलाकों में लगते हैं दांव पर दांव
इसके इतर जनपद के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक जुएं की फड़ें बिंदास अंदाज में सजती हैं। इलाकाई जिम्मेदार काफी हद तक धृतराष्ट्र की भूमिका में नजर आते हैं और जब चारो तरफ थोड़ी बहुत खिंचाई होने लगती है कार्यवाही की सीटी बजा दी जाती है। जंगली इलाकों में भी दांव के बाजीगर अपनी किस्मत आजमाने आते हैं। कोतवाली पुलिस की नाक के नीचे अक्सर इससे पहले भी फड़ों के सजने की बात होती रही है लेकिन सम्बंधित पहरुए आंखे मूँदे रहते हैं।
दांव पर लग जाती हैं कार व बाइक्स
सूत्रों के मुताबिक फड़ों पर दांव आजमाने वाले हारने पर अपनी कार व् बाइकें तक दांव पर लगा देते हैं। सोने की चेन अंगूठी या अन्य कोई कीमती चीज़ दांव लगाने वालों के लिए कोई मायने नहीं रखती क्योंकि उन्हें चस्का चढ़ा रहता हैं जुएं जैसे गैर क़ानूनी धंधें में अपनी अंधी किस्मत आजमाने का।