खौफ का साम्राज्य कायम कर चुके दस्यु बबुली कोल गैंग के ठिकाने पर फिर एक बार खाकी को खाली बर्तन और खाद्य सामग्रियों को जब्त व् नष्ट करके संतोष करना पड़ा। गैंग ने पुलिस की मौजूदगी से पहले ही अपना ठिकाना बदल लिया और बीहड़ में विलीन हो गया।
जल स्रोतों वाले इलाकों में पनाह ले रहा गैंग
साढ़े पांच लाख का इनामी दस्यु बबुली कोल वर्तमान में बीहड़ व् जंगल के उन्ही इलाकों में पनाह ले रहा है जहां उसे पानी की उपलब्धता आसानी से हो सके, पाठा के दुर्गम इलाकों बीहड़ों में कई ऐसे स्थान हैं जहां भीषण गर्मी में भी छोटे छोटे जल स्रोत पानी से भरे रहते हैं और उन इलाकों तक पुलिस या आम लोगों का पहुंचना बेहद मुश्किल होता है, इन सबके बीच भौगोलिक जानकारी का फायदा उठाते हुए गैंग ऐसे ही इलाकों में गर्मी के दिनों में पनाह लेता है।
सती अनुसुईया जंगल में मौजूद था बबुली
दस्यु बबुली को वर्तमान में बीहड़ के जल स्रोतों के आस पास देखा जा रहा है। ऐसी ही एक सूचना पर सती अनुसुईया जंगल में गैंग के मौजूद होने की टोह मिलने पर एसपी मनोज कुमार झा के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमों ने जंगल की घेरेबंदी करते हुए गैंग को ट्रेस करने की कोशिश की लेकिन अपने सटीक मुखबिरों की बदौलत बबुली को खाकी के आने की सूचना समय से मिल गई और वह साथियों सहित मौके से बीहड़ में विलीन हो गया।
छोड़ गया कदमों के निशान
दस्यु गैंग को ट्रेस करने गई खाकी को जंगल में एक स्थान पर भोजन बनाने के बर्तन खाद्य सामग्री और चूल्हा बरामद हुआ। एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि गैंग के मौजूद होने की सूचना पर उनके नेतृत्व में जंगल की घेरेबंदी की गई थी और सूचना भी पुख्ता थी कि गैंग जंगल में मौजूद है, लेकिन गैंग को भी पुलिस की मौजूदगी की जानकारी हो गई जिससे वह मौके से भागने में कामयाब हो गया। एसपी के मुताबिक दस्यु गैंग का पीछा भी किया गया काफी दूर तक लेकिन दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों का फायदा उठाकर गैंग भाग निकला। इस दौरान मौके से चूल्हा व् भोजन बनाने के उपकरण और खाद्य सामग्रियां बरामद हुईं। गैंग सम्भवतः मध्य प्रदेश की ओर भागा है।
खाकी के पास मौके फिर चूक क्यों और कहां
इस बीच बीहड़ के सूत्रों के मुताबिक जंगल एकदम वीरान हैं और पुलिस के पास गैंग को ठिकाने लगाने के भरपूर मौके हैं। लेकिन सटीक सूचना तंत्र और रणनीति के अभाव में सफलता नहीं मिल पा रही है। सूत्रों के मुताबिक वीरान जंगल में मुठभेड़ करना उतना आसान भी नहीं कि छिप के गोली चलाई जा सके लेकिन यदि भारी मात्रा में पुलिस फ़ोर्स गैंग को घेरने का प्रयास करे तो सफलता मिल सकती है।