एक कहावत है कि आंख मूंदकर किसी की बातों पर विश्वास न करें, खासतौर पर पारिवारिक रिश्तों को लेकर। लेकिन आधुनिक परिवेश में पारिवारिक समाजिक विषमताएं इस कदर बलवती हो गई हैं कि बिना सोचे समझे पारिवारिक समाजिक रिश्ते तबाही की बेदी पर बलि चढ़ रहे हैं।
बेरहमी से उतारा मौत के घाट
चित्रकूट के कर्वी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चकला गुरुबाबा गांव में शुक्रवार की देर रात एक व्यक्ति ने चाकू से गला रेतते हुए अपनी पत्नी मैना (32) और दो मासूम बच्चियों पिंकी (8) और नंदिनी (6) की हत्या कर दी। वारदात के बाद पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी। पुलिस ने हत्यारोपी व्यक्ति को घटना के कुछ ही समय बाद गिरफ्तार कर लिया था। प्रथम दृष्टया खाकी वारदात के पीछे हत्यारोपी द्वारा तनाव और क्रोध में उठाया गए कदम को मुख्य वजह मान रही थी लेकिन जब आरोपी से पूछताछ और अन्य बिंदुओं पर छानबीन शुरू हुई तो इस खौफनाक मंजर के पीछे एक साजिश (वो भी किसी अपने की) का पर्दाफाश हुआ।
चित्रकूट के कर्वी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चकला गुरुबाबा गांव में शुक्रवार की देर रात एक व्यक्ति ने चाकू से गला रेतते हुए अपनी पत्नी मैना (32) और दो मासूम बच्चियों पिंकी (8) और नंदिनी (6) की हत्या कर दी। वारदात के बाद पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी। पुलिस ने हत्यारोपी व्यक्ति को घटना के कुछ ही समय बाद गिरफ्तार कर लिया था। प्रथम दृष्टया खाकी वारदात के पीछे हत्यारोपी द्वारा तनाव और क्रोध में उठाया गए कदम को मुख्य वजह मान रही थी लेकिन जब आरोपी से पूछताछ और अन्य बिंदुओं पर छानबीन शुरू हुई तो इस खौफनाक मंजर के पीछे एक साजिश (वो भी किसी अपने की) का पर्दाफाश हुआ।
चाचा ने भड़काया तो उसने तबाह कर दिया पूरा परिवार
इस पूरे सामूहिक और वीभत्स हत्याकांड के पीछे हत्यारोपी अजीत के चाचा राममिलन की भूमिका एक साजिशकर्ता के रूप में सामने आई खाकी के। चाचा ने अजीत को पिछले कुछ महीनों से उसकी (अजीत) पत्नी को लेकर भड़काना शुरू किया। हत्यारोपी यह कहकर उसका चाचा भड़काता था कि उसकी पत्नी मैना का कुछ लोगों से अवैध सम्बंध है और उसे उसकी मर्दानगी को लेकर ताने भी मारता था। शक की सुई ने रिश्तों को इस कदर अपनी चुभन का एहसास कराया कि उसकी परिणीति जघन्य हत्याकांड के रूप में सामने आई।
इस पूरे सामूहिक और वीभत्स हत्याकांड के पीछे हत्यारोपी अजीत के चाचा राममिलन की भूमिका एक साजिशकर्ता के रूप में सामने आई खाकी के। चाचा ने अजीत को पिछले कुछ महीनों से उसकी (अजीत) पत्नी को लेकर भड़काना शुरू किया। हत्यारोपी यह कहकर उसका चाचा भड़काता था कि उसकी पत्नी मैना का कुछ लोगों से अवैध सम्बंध है और उसे उसकी मर्दानगी को लेकर ताने भी मारता था। शक की सुई ने रिश्तों को इस कदर अपनी चुभन का एहसास कराया कि उसकी परिणीति जघन्य हत्याकांड के रूप में सामने आई।
पुलिस ने किया खुलासा
पुरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक बलवन्त चौधरी ने बताया कि पहले तो हत्यारोपी का चाचा पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा, लेकिन हत्यारोपी ने जब पूरी वारदात को लेकर चाचा की भूमिका का खुलासा किया तो पुलिस ने उसे धर दबोचा और फिर पूछताछ में सबकुछ साफ हो गया। अपर एसपी के मुताबिक हत्यारोपी का चाचा उसे उसकी पत्नी के चरित्र को लेकर आए दिन भड़काता और ताना मारता था जिससे हत्यारोपी काफी तनाव में चला गया और परेशान रहने लगा और इसी वजह से उसने पत्नी पर अवैध सम्बंधों का शक करते हुए उसे और अपनी दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया। यदि उसका चाचा इस तरह की साजिश न रचता तो शायद यह घटना न होती। पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी व्यक्ति के बयानों के आधार पर उसके चाचा को घटना का सूत्रधार माना गया है और गिरफ्तार कर लिया गया।
पुरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक बलवन्त चौधरी ने बताया कि पहले तो हत्यारोपी का चाचा पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा, लेकिन हत्यारोपी ने जब पूरी वारदात को लेकर चाचा की भूमिका का खुलासा किया तो पुलिस ने उसे धर दबोचा और फिर पूछताछ में सबकुछ साफ हो गया। अपर एसपी के मुताबिक हत्यारोपी का चाचा उसे उसकी पत्नी के चरित्र को लेकर आए दिन भड़काता और ताना मारता था जिससे हत्यारोपी काफी तनाव में चला गया और परेशान रहने लगा और इसी वजह से उसने पत्नी पर अवैध सम्बंधों का शक करते हुए उसे और अपनी दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया। यदि उसका चाचा इस तरह की साजिश न रचता तो शायद यह घटना न होती। पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी व्यक्ति के बयानों के आधार पर उसके चाचा को घटना का सूत्रधार माना गया है और गिरफ्तार कर लिया गया।