वर्षों से पर्यटन के मानचित्र पर गुमनामी में खोए बुन्देलखण्ड के चित्रकूट जनपद जिसे भगवान राम की तपोभूमि के रूप में भी जाना जाता है को अब एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश पर्यटन ने अब खुद यहां के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को टूरिस्ट प्लेस व पर्यटन के रूप में प्रमोट करने की कमान थामी है. बतौर उदाहरण पर्यटन विभाग ने अपने फेसबुक व ट्वीटर जैसे सोशल मीडिया एकाउंट पर जिले के दर्शनीय स्थलों का इंट्रो कराते हुए उन्हें अमेज़िंग यूपी का हिस्सा बताया है. कामतनाथ मंदिर,भरत मिलाप,जानकी कुंड,शबरी प्रपात जैसे महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों को विभाग ने अपने सोशल मीडिया पेज पर प्रमोट किया है.
सन 2017 में प्रदेश की कमान संभालने में बाद ही भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या व तपोभूमि चित्रकूट के विकास को लेकर संजीदगी दिखाने वाले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ अब तक कई दौरे कर चुके हैं यहां के. इस दौरान उन्होंने हर बार जिले को पर्यटन के रूप में विकसित करने की बात कही. शायद इसी का परिणाम है कि आज यूपी टूरिज़्म के सोशल मीडिया पेज पर अमेज़िंग यूपी में जनपद के दर्शनीय स्थलों को भी स्थान मिला है. हालांकि धरातल पर पर्यटन की दृष्टि से अभी कच्छप प्रयास ही हुए हैं. फिर भी लोगों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बुन्देलखण्ड के इस अति पिछड़े कहे जाने वाले जनपद की तस्वीर बदलेगी.