पिछले कई दशकों से कुख्यात डकैतों की पनाहगाह बने जनपद के पाठा क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की विशेष निगहबानी है. अधिक से अधिक मतदान को लेकर इस इलाके में पुलिस प्रशासन लोगों के बीच लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चला रहा है. क्षेत्र के लगभग 300 पोलिंग बूथ बीहड़ों व घने जंगलों के बीच पड़ते हैं जहां अधिकारियों का दिन रात आवागमन जारी है. चूंकि अधिकांश ग्रामीण रात में ही अपने गांव में मिलते हैं सो पुलिस प्रशासन शाम से लेकर रात्रि चौपाल लगाकर ग्रामीणों को बेखौफ़ मतदान के लिए भरोसा दिला रहे हैं.
तपते जंगलों बीहड़ों में लगातार कॉम्बिंग व सर्च ऑपरेशन
आसमानी तपिश का पैरामीटर अभी भले ही धीरे धीरे बढ़ रहा हो लेकिन पाठा के बीहड़ व जंगल इतनी ही तपन में आग उगल रहे हैं. यहां तक कि जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं. इन्ही तपते जंगलों बीहड़ों के बीच पुलिस कुख्यात डकैत बबुली कोल सहित अन्य दस्यु गैंगों की तलाश में लगातार कॉम्बिंग व सर्च ऑपरेशन चला रही है ताकि चुनाव में ग्रामीणों के बीच इन दहशतगर्दों की छाया न पड़ सके. पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा के निर्देश पर कई टीमें दिन रात अति संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त करते हुए डकैतों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही हैं. पाठा का हर इलाका इस समय खाकी के साए में है. जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर व पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने देर रात चौपाल लगाकर ग्रामीणों से बेखौफ़ मतदान की अपील की.