अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए बालकुमार पटेल ने कहा कि जिसने मुलायम सिंह यादव को भला-बुरा कहा, समाजवादी पार्टी ने उसे ही बांदा संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी बना दिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी समाजवाद की बात करती है, लेकिन यह कैसा समाजवाद है?
कांग्रेस में शामिल होने के कारणों पर बालकुमार ने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी, उनका परिवार सपा के लिए खड़ा रहा यहां तक कि कई मुकदमे भी कायम हुए, लेकिन इन सबके बावजूद पार्टी में सम्मान नही। उनसे एक बार भी पूछा या समझाया तक नहीं गया टिकट फाइनल करने को लेकर।
बसपा से हुई राजनीतिक सफर की शुरुआत
बालकुमार पटेल ने सबसे पहले सन 2002 में इलाहाबाद की करछना विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। उसके बाद 2007 में बसपा का दामन छोड़ सपा का दामन पकड़ा और प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हे हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद 2009 में सपा से टिकट पाकर बालकुमार मिर्जापुर से सांसद बने। 2014 में सपा ने बांदा से टिकट दिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में बालकुमार ने समाजवादी पार्टी छोड़ कांग्रेस के पाले में इंट्री कर ली, जिस पर पार्टी ने उन्हें बांदा संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया है।
बालकुमार पटेल ने सबसे पहले सन 2002 में इलाहाबाद की करछना विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। उसके बाद 2007 में बसपा का दामन छोड़ सपा का दामन पकड़ा और प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हे हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद 2009 में सपा से टिकट पाकर बालकुमार मिर्जापुर से सांसद बने। 2014 में सपा ने बांदा से टिकट दिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में बालकुमार ने समाजवादी पार्टी छोड़ कांग्रेस के पाले में इंट्री कर ली, जिस पर पार्टी ने उन्हें बांदा संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया है।